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उत्तर प्रदेश में 40 किलोमीटर लंबे फोरलेन का काम शुरू, बिजनौर से बहसुमा तक होगा निर्माण

UP News : उत्तर प्रदेश के शहर बिजनौर को मिली एक और फोर लाइन हाईवे की सौगात, इस हाइवे को बिजनौर से लेकर बहासुमा तक बनाया जाएगा, हाईवे की लंबाई 9 किलोमीटर है, सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है,दो साल में हाईवे बनकर तैयार हो जाएगा।
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उत्तर प्रदेश में 40 किलोमीटर लंबे फोरलेन का काम शुरू, बिजनौर से बहसुमा तक होगा निर्माण

Saral Kisan UP News : उत्तर प्रदेश के शहर बिजनौर को मिली एक और फोर लाइन हाईवे की सौगात, इस हाइवे को बिजनौर से लेकर बहासुमा तक बनाया जाएगा, हाईवे की लंबाई 9 किलोमीटर है, सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है,दो साल में हाईवे बनकर तैयार हो जाएगा।  हाईवे के लिए अधिग्रहण की गई जमीनों का कब्जा लेना शुरू कर दिया गया है, रोड को बनाने के सडक बनाने वाली कंपनी ने डालने का काम शुरू कर दिया है. इस फोर लाइन बाईपास के बन जाने से बहसुमा से बिजनौर आने जाने में  यात्रियों को आसानी होगी और समय की बचत होगी.

बिजनौर राजस्व विभाग और नेशनल हाईवे के अधिकारियों की टीम ने बिजनौर बाईपास के लिए अधिग्रहण की जाने वाली जमीन की पैमाइश करते हुए डोलबंदी की। साथ ही कब्जा लेने की प्रक्रिया को पूरा किया। नेशनल हाईवे 119 की कुल लंबाई 40 किलोमीटर है। उत्तर प्रदेश के बिजनौर तहसील की सीमा में हाईवे 14 किलोमीटर लंबाई से होकर गुजरेगा। इसी परियोजना में नौ किलोमीटर लंबाई का बिजनौर बाईपास भी प्रस्तावित है।

यह बाईपास बिजनौर बैराज के माउंट लिट्रा स्कूल के पास से शुरू होकर नजीबाबाद मार्ग पर गांव पेदा के पास जाकर निकलेगा। फिलहाल राजस्व की टीम ने चार किलोमीटर की लंबाई में कब्ज़ा के लिए ग्राम नवलपुर, औरंगपुर बीबी, खेड़की हेमराज एवं बिजनौर अहतमली में अधिग्रहीत भूमि पर डोलबंदी कर दी है।

निर्माण कार्य का रास्ता हुआ साफ

उत्तर प्रदेश में मेरठ से नजीबाबाद तक हाईवे को फोरलेन किया जाना है। पहले चरण में मेरठ के बहसूमा और बिजनौर से नजीबाबाद तक निर्माण शामिल था जो बनकर तैयार हो गया है । दूसरे चरण में बहसूमा से बिजनौर तक सड़क को फोरलेन बनाकर तैयार किया जाना है। यूपी के बहसूमा से बिजनौर के बीच हस्तिनापुर वन्य जीव अभयारण्य होने की वजह से नहीं बनाया जा सका था। इसके लिए वन मंत्रालय से एनओसी जरूरी थी। अब एनओसी मिलते ही निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। हाल ही में वन विभाग की तरफ से एनओसी मिली है, वहीं एक अन्य एनओसी 9 तारीख को मिल चुकी थी, जिसके बाद हाईवे प्राधिकरण के मुख्यालय ने हाईवे की मेरठ यूनिट को निर्माण के लिए मंजूरी दे गई है।

गंगा नदी पर बनाया जाएगा पुल

अभी बिजनौर बैराज से हाईवे का ट्रैफिक गुजर रहा है। उधर, फोरलेन के प्रोजेक्ट में गंगा नदी पर पुल का निर्माण प्रस्तावित है। गंगा नदी पर करीब ढाई किलोमीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। बता दें कि ढाई किलोमीटर की इस दूरी में गंगा नदी का पुल समेत एलिवेटेड रोड भी शामिल है। पुल बनने के साथ ही बिजनौर बैराज से ट्रैफिक की आवाजाही बंद हो जाएगी।इसके साथ साथ बिजनौर में बाईपास का भी निर्माण होना है। बाईपास बन जाने की वजह से बिजनौर में चक्कर रोड पर वाहनों का दबाव नहीं रहेगा। बिजनौर बैराज के माउंट लिट्रा स्कूल के पास से बाईपास शुरू होकर नजीबाबाद मार्ग पर पेदा गांव के पास निकलेगा। दो साल में हाईवे बनकर तैयार हो जाएगा। हाईवे को 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार के लिहाज से बनाया जाएगा।
 

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