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उत्तर प्रदेश में बनेगा 380 किमी. का नया एक्सप्रेसवे, 8 जिलों की हुई बल्ले बल्ले, 3 साल में पूरा होगा काम

UP News - हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि यूपी में 380 किलोमीटर का नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि बीते दिनों इसको लेकर बैठक हुई, जिसमें एजेंसी को कहा गया है कि वो अगले तीन महीने में डीपीआर की अंतिम रिपोर्ट दे। आपको बता दें कि इन एक्सप्रेसवे का फायदा आठ जिलों को होगा...
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380 km will be built in Uttar Pradesh. New expressway of 8 districts completed, work to be completed in 3 years

Ghaziabad-Kanpur Expressway : गाजियाबाद से कानपुर के बीच बनने वाले 380 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे को अब गति मिलने वाली है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय ने जल्द से जल्द विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) जमा करने को कहा है, जिससे कि प्रोजेक्ट की निर्माण लागत को लेकर मंजूरी ली जा सके।

बताया जा रहा है कि बीते दिनों इसको लेकर बैठक हुई, जिसमें एजेंसी को कहा गया है कि वो अगले तीन महीने में डीपीआर की अंतिम रिपोर्ट दे। उसके बाद उसे अग्रिम मंजूरी के लिए बढ़ाया जाएगा। अगर मंजूरी मिलने का काम तय समय सीमा के बीच हुआ तो अगले तीन वर्ष में एक्सप्रेसवे का निर्माण करने का लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा।

इसका निर्माण होने से पश्चिमी यूपी के लोगों को लखनऊ कानपुर जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग भी उपलब्ध होगा। अभी तक यमुना एक्सप्रेसवे से लोग लखनऊ जाते हैं, लेकिन नया एक्सप्रेसवे बनने पर कानपुर के रास्ते भी लखनऊ जा सकेंगे।

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारियों ने लक्ष्य रखा है कि डीपीआर प्रस्ताव को वित्तीय मंजूरी मिलने के बाद एक वर्ष के अंदर जमीन अधिग्रहण का काम पूरा किया जाएगा। साथ ही प्रोजेक्ट के लिए टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी, जिससे की 90 फीसदी तक अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।

मई अंत तक डीपीआर जमा होगा। इसके बाद मंत्रालय की तरफ से प्रोजेक्ट पर आने वाले खर्च को वित्तीय मंजूरी दी जाएगी। इसमें जमीन अधिग्रहण और निर्माण खर्च शामिल होगा।

380 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे छह लेन का होगा

यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे गाजियाबाद-हापुड़ से शुरू होगा, जो बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रूखाबाद, कन्नौज, उन्नाव से होते हुए कानपुर जाएगा। 380 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का ढांचागत निर्माण छह लेन के हिसाब से किया जाएगा, लेकिन शुरुआत में चार लेन बनाया जाएगा। वाहनों का दबाव बढ़ने के बाद इसका विस्तार किया जा सकेगा। इसके तैयार होने पर गाजियाबाद से कानपुर की दूरी महज साढ़े तीन घंटे में तय की जा सकेगी।

एक्सप्रेसवे बनने से गाजियाबाद को लाभ मिलेगा

गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे बनने से जनपद को काफी लाभ मिलेगा। सबसे ज्यादा लाभ औद्योगिक क्षेत्र को होगा। कानपुर तक माल ढुलाई आसान हो जाएगी। सीधे कनेक्टिविटी मिलने लगेगी। इससे वाहन चालकों का समय और पैसा दोनों बचेंगे। इसके अलावा एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ औद्योगिक क्षेत्र विकसित होने से रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

''गाजियाबाद जनपद को कानपुर जैसे मशहूर औद्योगिक नगरी से जोड़ने की तैयारी जिले के लिए अच्छी खबर है। नया एक्सप्रेसवे बनने से गाजियाबाद कानपुर के बीच जहां औद्योगिक कॉरिडोर विकसित हो सकेगा, वही दोनों औद्योगिक नगरी से कनेक्टिविटी भी आसान हो जाएगी।''

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