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दिल्ली के इस इलाके नें बन रहा 3.5 किमी का एलिवेटेड रोड, जमीन अधिग्रहण की बाधा खत्म

Delhi News : दक्षिणी दिल्ली से लेकर यमुना पार इलाके तक का सफर अब और ज्यादा आसान होने वाला है। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा 3.5 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड बनाया जाएगा। इस एलिवेटेड रोड के लिए जमीन अधिग्रहण की बाधा अब खत्म हो चुकी है। निर्माण में बाधा डालने वाले 230 पेड़ों को काटने की अनुमति अभी नहीं मिली है। निर्माण को अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है

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दिल्ली के इस इलाके नें बन रहा 3.5 किमी का एलिवेटेड रोड, जमीन अधिग्रहण की बाधा खत्म

Barapullah Flyover : दक्षिणी दिल्ली से  यमुना पार बसे इलाके तक आना-जाना साल के अंत तक सिग्नल फ्री होने वाला है। जानकारी के लिए बता दें कि बारापुला फेज-3 के माध्यम से पीडब्ल्यूडी विभाग मयूर विहार फेज-1 से लेकर सराय काले खान तक 3.5 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड बना रही है। इस एलिवेटेड रोड से जुडी जमीन अधिग्रहण की बड़ी बाधा अब दूर हो चुकी है। 

बता दें कि 2015 में इसका निर्माण कार्य शुरू करवाया गया था और 2017 में इसको पूरा करने का लक्ष्य भी रखा गया था। मगर इस रोड की जमीन अधिग्रहण समेत अलग-अलग वजह से यह परियोजना लंबित होती चली गई। निर्माण में बाधा डालने वाले 230 पेड़ों को काटने की अनुमति अभी नहीं मिली है। निर्माण को अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन अधिकारियों का मानना है कि मंजूरी में देरी और मॉनसून की वजह से इस समय में निर्माण पूरा होना मुश्किल है।

2015 में काम हुआ शुरू 

पीडब्ल्यूडी बारापुला फेज-3 में मयूर विहार फेज-1 से सराय काले खां तक 3.5 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड बना रही है। 2015 में काम शुरू हुआ था और 2017 तक पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन जमीन अधिग्रहण सहित कई कारणों से योजना लंबित हो गई। यह 690 मीटर का एक भाग अभी भी बनना बाकी है, क्योंकि दो जगह जमीन अधिग्रहण में देरी हुई है। 

निर्माण के लिए 709.90 वर्गमीटर (एक) और 459.19 वर्गमीटर (दूसरा) जमीन का टुकड़ा नांगली रजा गांव में था। राजस्व विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जमीन के दो हिस्से अब अपने नाम पर हो गए हैं। साथ ही, उसके लिए आवश्यक मुआवजे की सूचना जारी की गई है, जिसके बाद यहां काम शुरू किया जा सकता है।

सफर होगा आसान 

फेज-3 में बारापुल के तहत 3.5 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड सड़क बनाने से पूर्वी दिल्ली से दक्षिणी दिल्ली के बीच सिग्नल-मुक्त सफर होगा। आवाजाही के लिए चार से चार लेन की सड़कें दोनों ओर बनाई जा रही हैं। इससे भी एम्स में जाना आसान होगा। साथ ही, नोएडा और पूर्वी दिल्ली से आने वाले ट्रैफिक, जो अभी एनएच-24 से सराय काले खां होकर दक्षिणी दिल्ली जाता है, का दबाव भी कम होगा। निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और सरराय काले खां बस अड्डे तक भी आसानी से पहुँच मिलेगी।

मयूर विहार फेज-1 से सराय काले खां तक बारापुला फेज-3 बनाया जा रहा है, जहां से यह बारापुला फेज-1 से जुड़ जाएगा। इस एलिवेटेड रोड, जो लगभग 3.5 किलोमीटर लंबा है, दोनों तरफ आवाजाही के लिए चार से चार लेन का होगा। इससे निजामुद्दीन और सराय काले खां बस अड्डा पर ट्रैफिक का बोझ कम होगा।

जमीन अधिग्रहण की समस्या

बारापुला फेज-3 का काम अब तक 82% पूरा हो चुका है। मयूर विहार फेज-1 से दक्षिणी दिल्ली की ओर बढ़ने वाले सभी लूप तैयार हैं। अब तक पूरा नहीं हुआ 690 मीटर का एक शेष स्ट्रेच है। यहां पर जमीन अधिग्रहण की समस्या के कारण पेड़ काटने की अनुमति देने में देरी हुई है। जबकि जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, पेड़ों को काटने की अनुमति अभी तक नहीं मिली है। इसलिए काम नहीं शुरू हुआ है।

फेज-3 परियोजना के महत्वपूर्ण विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

लंबाई

3.5 किलोमीटर लंबा है यह हिस्सा

लेन

4-4 लेन दोनों ओर आवाजाही के लिए होंगी

चौड़ाई

17 मीटर चौड़ा होगा दोनों तरफ

ऊंचाई

11 मीटर ऊंचा होगा एलिवेटेड रोड

अनुमानित लागत

1068 करोड़ रुपये

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