home page

उत्तर प्रदेश के 229 गांव बनाए जाएंगे पर्यटन का केंद्र, होंगे ये कई काम, योगी सरकार का प्लान

UP News : यूपी के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने यह बताते हुए कहा कि ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देकर हमने केवल अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं बल्कि ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोगों को भी आजीविका का साधन प्रदान कर रहे हैं।
 | 
उत्तर प्रदेश के 229 गांव बनाए जाएंगे पर्यटन का केंद्र, होंगे ये कई काम, योगी सरकार का प्लान

UP Tourism Update : यूपी में इन दोनों पर्यटकों की संख्या में भारी उछाल देखा गया है। जिसके बाद यूपी में योगी सरकार गांव को पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित करने जा रही है। यहां सरकार ने ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के बाद 229 गांव का चयन किया गया है। जहां पर पर्यटकों के लिए सभी सुविधाओं का इंतजाम किया जाएगा।

योगी सरकार के पर्यटन विभाग और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के बीच गांव को और भी बेहतर सुविधाएं देने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर कर दिए गए हैं। यूपी के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने यह बताते हुए कहा कि ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देकर हमने केवल अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं बल्कि ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोगों को भी आजीविका का साधन प्रदान कर रहे हैं।

जयवीर सिंह ने यह भी बताया कि यूपी में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी तेजी मिलेगी। इस कार्य से न केवल आजीविका के अवसर प्रदान होंगे, बल्कि इससे भिन्न-भिन्न प्रकार के पर्यटन अनुभवों और बुनियादी ढांचे को वृद्धि मिलेगी। इसी के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन के विकास को पूरा करने के लिए 229 गांव की पहचान पहले ही कर ली गई है।

उन्होंने बताया कि यूपी में ग्रामीण पर्यटन और आजीविका को बढ़ाने की दिशा में कदम रखते हुए दो एमओयू पर हस्ताक्षर कर दिए गए हैं। इसमें से पहले एमओयू पर यूपी पर्यटन व राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के बीच में हुआ है। इस 5 वर्षीय समझौते का मुख्य उद्देश्य स्थाई आजीविका विकास और वित्तीय सेवाओं को और भी बेहतर पहुंच के माध्यम से ग्रामीण समुदायों को मजबूत बनाते हुए पर्यटन को बढ़ावा देना और पर्यटन बुनियादी ढांचे का पूर्ण विकास करना है।

यूपी के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि दूसरे एमओयू पर आजीविका मिशन और मान्यवर काशीराम इंस्टिट्यूट ऑफ़ टूरिज्म मैनेजमेंट, पर्यटन विभाग और यूपी सरकार के बीच हस्ताक्षर साइन हुआ है। इसका मुख्य उद्देश्य है राज्य में खाद्य सेवा उदमों को बढ़ावा देने के लिए एक स्थाई मॉडल तैयार करना है। यूपी पर्यटन और संस्कृति के प्रमुख सचिव, मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि यह पहल सुविधाओं और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का काम करेगी, जिससे पर्यटकों को विशेष प्रकार का प्राप्त होगा। यूपीएसआरएलएम को मिशन निदेशक दीपा रंजन ने कहा कि यह मिशन गांव में आर्थिक विकास को नए मौके प्रदान करेगी।

इसी के साथ पर्यटन मंत्री ने बताया कि एमओयू के अंतर्गत पर्यटन विभाग चयनित गांव में बुनियादी आवश्यकताओं को चिन्हित और सुविधाओं को बढ़िया बनाने, पर्यटन गतिविधियों के लिए समुदायों को इकट्ठा करना, कार्यक्रमों का आयोजन करना और होमस्टे को पूर्ण रूप से बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अलावा सोशल मीडिया प्रबंधन, सामग्री निर्माण और परिचय यात्राओं पर भी काम किया जाना है। उनके मुताबिक गांव में अल्प अवधि के कई प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। जिसमें होमस्टे मालिकों, स्वयं सहायता समूह के हितधारकों, टूरिस्ट गाइड आदि को प्रशिक्षित किया जाएगा।

Latest News

Featured

You May Like