मध्य प्रदेश में बिछ रही 204 किमी की न्यू रेल लाइन, 2 राज्यों के लिए मिलेगी कनेक्टिविटी

MP News : लंबे समय से प्रतीक्षित इंदौर-दाहोद रेल लाइन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, इंदौर-धार रेल लाइन, काम में तेजी आई है। खेतों, जंगलों और पहाड़ियों में पटरियां बिछाने का काम चल रहा है। रेलवे ओवर ब्रिज, जो सबसे महत्वपूर्ण टीही टनल है, भी तेजी से बनाया जा रहा है।
धार तक चलेगी ट्रेन
इंदौर-दाहोद रेल लाइन के 204.76 किमी (इंदौर से धार तक) हिस्से में पहली बार ट्रेन चलाई जानी है। 2020 से जुलाई 2025 तक इंदौर से धार तक ट्रेन चलाने का लक्ष्य है। रतलाम रेल मंडल के पीआरओ खेमराज मीना ने बताया कि धार सहित आसपास के क्षेत्रों में ट्रेन चलाने का सपना वर्षों से चल रहा था, जो अब पूरा होने जा रहा है।
करीब 10 हजार कर्मचारी हर समय कार्यरत हैं। पिछले छह महीने से काम में वृद्धि हुई है। पूरे परियोजना को 1873.10 करोड़ रुपये मिले हैं। धार लाइन से इंदौर का दाहोद और छोटा उदयपुर मुंबई-गुजरात से सीधे जुड़ेंगे।
ये भी जानना बेहद जरूरी
इंदौर से टीही
21 किलोमीटर: मालगाड़ी चल रही है-धार के लिए ट्रेन राऊ से जाती है। राऊ से टीही तक 21 किमी की एक सड़क बनाई गई थी। मालगाड़ी टीही जाती है।
टीही से पीथमपुर
8.29 किलोमीटर: पटरियों का बिछाव-इस भाग की रेखा टीही से शुरू होती है। टीही से पीथमपुर तक पटरियां बिछी हुई हैं। टनल का काम राऊ से बिछे ट्रैक और नई पटरियों के बीच चल रहा है।
पीथमपुर से सागौर
9.12 किलोमीटर: स्टेशन बनाया जा रहा है-पीथमपुर और सागौर के बीच पुल बनाए गए हैं। सागौर में स्टेशन बनेगा। इसके अलावा, यार्ड की मरम्मत भी चल रही है।
गुणावद से धार
14.02 किलोमीटर: ट्रैक लिंकिंग जारी है-इस भाग में ट्रैक लिंकिंग विकसित हो रहा है। ब्रिज काम कर रहा है। धार में स्टेशन का निर्माण हो रहा है। अर्थवर्क धार से तिरला तक चलता है।
सागौर से गुणावद
15.14 किलोमीटर: अर्थवर्क में जुटे कर्मचारी-पटरियां बिछाने का काम चल रहा है। ब्रिज एप्रोच के लिए आरओबी 221 और फाइनल लेयर का काम अभी भी जारी है।