UP में महाकुंभ को लेकर 2025 स्पेशल ट्रेनें और 10 हजार बसों का होगा संचालन, 25 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचेंगे
Uttar Pradesh News : प्रयागराज में 21वीं सदी का यह तीसरा महाकुंभ अत्याधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल से सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को पेश करेगा। उत्तर प्रदेश में होने वाले महाकुंभ में पहली बार महाराज हर्षवर्धन के बारे में भी जानकारी दी जाएगी.
UP News : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा-यमुना सरस्वती के संगम पर 13 जनवरी 2025 से शुरू होने वाले महाकुंभ में अभी पांच महीने बाकी हैं। यूनेस्को ने कुंभ मेले को 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत' घोषित किया है। इसके चलते इस बार दुनियाभर से श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। अनुमान है कि 75 दिनों तक चलने वाले महाकुंभ में 75 देशों से 25 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचेंगे।
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का होगा नजारा
प्रयागराज में 21वीं सदी का यह तीसरा महाकुंभ अत्याधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल से सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को पेश करेगा। उत्तर प्रदेश में होने वाले महाकुंभ में पहली बार महाराज हर्षवर्धन के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. बता दें कि महाराजा हर्षवर्धन इस मा योजना में अपना सब कुछ दान कर देते थे. चीनी यात्री ने अपनी यात्रा वृतांत में इस बारे में जानकारी दी थी. महाकुंभ में शाही स्नान के लिए 2025 स्पेशल ट्रेनें, 10 हजार बसें चलाई जाएंगी।
2025 स्पेशल ट्रेनें तथा नौ राज्यों से 10000 कुंभ मेला स्पेशल बसें चलेगी
महाकुंभ का मेला 12 साल बाद बनाया जाता है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार महाकुंभ को लेकर जोरों शोरों से तैयारी में जुटी है. प्रदेश सरकार महाकुंभ की तैयारी को लेकर 2500 करोड रुपए से ज्यादा का खर्च करने वाली है. इस बार महाकुंभ की थीम भव्य दिव्य और नव्य महाकुंभ होगी. महाकुंभ को लेकर योगी सरकार सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाया रही है. इस बार के महाकुंभ में सुरक्षा और सांस्कृतिक धरोहर के प्रदर्शन के लिए कई आधुनिक तकनीकी रूपकरणों का प्रयोग किया जाएगा. इस प्रमुख स्नान पर्व पर देश के 21 राज्यों से चार दिन तक 2025 स्पेशल ट्रेनें तथा नौ राज्यों से 10000 कुंभ मेला स्पेशल बसें चलाई जाएंगी। इसके साथ ही प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट, कानपुर, लखनऊ व वाराणसी एयरपोर्ट पर भी श्रद्धालुओं के लिए इंतजाम हो रहे हैं।
ड्रोन, सीसीटीवी कैमरों के साथ एआई का सुरक्षा के लिए होगा प्रयोग
महाकुंभ में सुरक्षा को लेकर ड्रोन, सीसीटीवी कैमरों के साथ एआई का इस्तेमाल किया जाएगा। मेला क्षेत्र और प्रयागराज सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहेगा। उपकरणों और व्यवस्थाओं पर 400 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। आपको बात दे की 5 एकड़ में बनने वाले कल्चर विलेज को एआर और वीआर का हब बनाया जाएगा। यहां महाकुंभ के पौराणिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्व को दिखाया जाएगा। अलग-अलग अवधि में महाकुंभ की यात्रा को प्रदर्शित किया जाएगा।
ये कुछ अलग पॉइंट
1 - अमावस्या पर शाही स्नान के लिए छह करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है। महाकुंभ को लेकर 2025 स्पेशल ट्रेनें, 10 हजार बसें चलाई जाएंगी।
2 - 2019 का कुंभ 3200 हेक्टेयर में हुआ था। इस बार 4000 हेक्टेयर में होगा।
3 - 1.45 लाख शौचालय बनाए जाएंगे। 10 हजार सफाई कर्मचारी तैनात किए जाएंगे।
4 - मेला क्षेत्र में 30 भव्य आध्यात्मिक द्वार बनाए जाएंगे। सभी पर सेल्फी प्वाइंट और पोर्टेबल पर्यटक सूचना केंद्र होंगे।
5 - 24 घंटे इलाज की सुविधा उपलब्ध रहेगी। 407 डॉक्टर, 746 पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किये जायेंगे।