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UP के इस शहर में बनेगी 2 चौड़ी फोरलेन सड़कें, इलाके की जमीन रेटों में आया उछाल

UP News : उत्तर प्रदेश के इस जिले में प्रस्तावित दो फोरलेन बनाने की घोषणा के बाद इलाके में जमीन की कीमतों में तगड़ा उछाल देखने को मिला है। रामगढ़ ताल की पिकनिक स्पॉट में बदलने के बाद देवरिया बाईपास पर शहर की तस्वीर ही बदल गई है। जीडीए की महा परियोजना में दो फोरलेन सड़कें प्रस्तावित है. 

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UP के इस शहर में बनेगी 2 चौड़ी फोरलेन सड़कें, इलाके की जमीन रेटों में आया उछाल

Uttar Pradseh News : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में रामगढ़ ताल के पिकनिक स्पॉट का विकास होने के बाद देवरिया बाईपास पर शहर का नक्शा बदला हुआ नजर आ रहा है। यहां पर लोग बड़ी तेजी से घरों का निर्माण करवा रहे हैं। सेक्टर से आगे चलकर बिन तौलिया से लेकर लाल कांडला लोग घरों का निर्माण कर रहे हैं। जीडीए ने शहर के तेजी से हो रहे विकास को मध्य नजर रखते हुए अपनी खास योजना में देवरिया रोड और देवरिया बाईपास रोड को NH 28 से कनेक्ट करने के लिए दो फोरलेन सड़कें प्रस्तावित की गई है. जीडीए की इस महायोजना के चलते जमीनों में तगड़ा उछाल देखने को मिला है. इस इलाके में जमीन की कीमत 3000 रूपए वर्ग मीटर तक पहुंच गई है। 

बाहरी हिस्सों में आती थी गिनती 

पांच साल पहले, सिक्टौर चौराहा और सहारा एस्टेट को शहर के बाहरी हिस्सों में गिना जाता था। देर शाम इस क्षेत्र में बहुत कम लोग आते-जाते थे। बिन टोलिया और जंगल सिकरी के पास मुख्य मार्ग के किनारे की जमीन भी बेकार थी। लेकिन देवरिया बाईपास पर चिड़ियाघर की स्थापना और रामगढ़ताल की सुंदरता ने क्षेत्र को और भी रोशन कर दिया। देवरिया बाईपास को फोरलेन बनाने की घोषणा से स्थानीय लोग उत्साहित थे। साथ ही, देवरिया रोड को फोरलेन बनाने से शहर का विकास भी कड़जहां की ओर बढ़ा।

जमीन की कीमतों में उछाल 

जंगल सिकरी के निकट जमीन खरीदने वाले कुशीनगर निवासी राजकुमार पांडेय ने बताया कि पहले 800 रुपये प्रति वर्ग फुट की कीमत थी, लेकिन आज यह तीन हजार रुपये प्रति वर्ग फुट है। यह लगता था कि गांव का क्षेत्र है और विकास नहीं होगा। लेकिन लोग जमीन खरीदकर घर बना रहे हैं इतनी तेजी से कि अगले पांच साल में भी यहां एक नया शहर बस जाएगा। विजेंद्र सिंह, शहर की एक निजी कंपनी में काम करते हैं, बताते हैं कि हाल ही में एक बिल्डर ने इलाके में बनने वाले एक घर के परियोजना में निवेश करने के लिए उनसे संपर्क किया था। हमारे कई साथी भी उधर जमीन खरीद चुके हैं।

जमीन खरीदकर घर का निर्माण 

देवरिया बाईपास फोरलेन से सिक्टौर से आगे बिन टोलिया के पास एक सड़क जाती है, जो जंगल सिकरी, पान पोखर देवी मंदिर होते हुए ताल कंदला अंडरपास जाती है। साथ ही देवरिया रोड पर वनसप्ती देवी मंदिर के सामने से निकली सड़क भी एनएच 28 के अंडरपास तक जाती है। यहाँ लोग जमीन खरीदकर घर बनाने लगे हैं, जैसे रामगढ़ (उर्फ चंवरी), रानीगंज, बेलवार, केवटोलिया, रामलखना, रामनगर कड़जहां  और जंगल रामगढ़ इलाके शामिल हैं। यह पूरा क्षेत्र नए गोरखपुर के निकट है।

मुजफ्फरपुर-लखनऊ राजमार्ग का बाईपास

यह देवरिया देवरिया-कुशीनगर के पास पड़ता है। इसी क्षेत्र से मुजफ्फरपुर-लखनऊ राजमार्ग का बाईपास गुजरता है। इसलिए देवरिया-कुशीनगर के लोगों को इस क्षेत्र में जमीन खरीदने में अधिक रुचि है। इसके अलावा बिहार के गोपालगंज, छपरा और पश्चिमी चंपारण के लिए यह राजमार्ग सबसे आसान है। इसलिए बिहार के लोगों को गोरखपुर में घर बनाने की इच्छा भी अधिक है।

दो या तीन चौड़ी सड़कें

जीडीए की महायोजना में ताल कंदला से देवरिया रोड तक दो या तीन चौड़ी सड़कें बनाई जाएंगी। उस क्षेत्र में तेजी से हो रहा विकास को देखते हुए, इसे महायोजना में शामिल किया गया है ताकि भविष्य में मूलभूत सुविधाओं का विकास योजनाबद्ध रूप से किया जा सके।
 NHC 28 बाईपास से दूसरी तरफ ताल कंदला का क्षेत्र है। 

इस इलाके में अभी केवल कुछ घर हैं। मुख्यमंत्री ने बीते मार्च में गोरखपुर-बस्ती मंडल में एनसीसी प्रशिक्षण केंद्र का शिलान्यास किया था। पूरे इलाके की छवि ही इस एक भवन ने बदल दी। उधर, जीडीए ने अपनी महायोजना में इस क्षेत्र के कई हिस्सों को आवासीय क्षेत्र घोषित किया है और सुविधा के लिए सड़क भी प्रस्तावित की है। इससे बिन टोलिया से लेकर ताल कंदला तक जमीन खरीदने में लोगों की रुचि बढ़ी है।

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