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बिहार के इन 3 जिलों के बीच बनेगा 160 किलोमीटर का नया हाईवे, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार

Bihar News : बिहार की सरकार राज्य में इन ज़िलों के बीच नया हाईवे बनाने की तयारी कर रही है. ये हाईवे 160 किलोमीटर लम्बा होगा और सरकार के अनुसार इस हाईवे से 50 हज़ार से भी ज्यादा लोगों को रोज़गार मिलेगा.
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A new 160 kilometer highway will be built between these 3 districts of Bihar, thousands of people will get employment

Bihar : भारतमाला परियोजना मिथिला के तीन महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों मधुबनी जिले के बेनीपट्टी स्थित उच्चैठ स्थान, झंझारपुर के विदेश्वर स्थान और सहरसा के महिषी स्थित तारापीठ को आपस में जोड़ देगी। इसके तहत इन तीन धार्मिक स्थलों के बीच 160 किमी सड़क का निर्माण होगा। इससे आर्थिक रूप से पिछड़े इस क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन के द्वार खुलने की उम्मीद है। अनुमान है कि इन धार्मिक स्थलों के जुड़ने से 50 हजार लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।

मधुबनी जिले में यह सड़क करीब 105 किमी की होगी। जिले में उमगांव-बासोपट्टी 6.35, बासोपट्टी-बेनीपट्टी 17.01, पोखरौनी-मधुबनी 9.20, मधुबनी-रामपट्टी 7, रामपट्टी-मेहथ 13, समिया-अवाम 5, लौफा-नवादा 13, एनएच 327 (ई) से नेमुआ चौ. 9 किमी सुपौल से बनगामा 32 किमी, बनगामा से सहरसा 6.7 किमी, नरुआर से विदेश्वरस्थान 2.2 किमी, बनगामा से उग्रतारा मंदिर 8.4 किमी के साथ ही पूर्णिया तक सड़क को विस्तारित करने की योजना है। केंद्र सरकार की इस परियोना पर तेजी से काम हो रहा है। जमीन अधिग्रहण कर रैयतों को मुआवजे का भुगतान चल रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने मुआवजे के लिए जिला भू अर्जन विभाग को 241.31 करोड़ आवंटित किए हैं।

इसमें पैकेज-1 के तहत सेक्शन-1 साहरघाट से रहिका तक 83.27 करोड़ व सेक्शन-2 कलुआही से उमगांव तक के लिए 93.03 करोड़ आवंटित किया गया है। पैकेज -2 भेजा से विदेश्वर स्थान तक 29.87 करोड़ व पैकेज-3 मधुबनी बाईपास के 35.14 करोड़ मिला है। भेजा से विदेश्वर स्थान तक के रैयतों को पहले 30.91 करोड़ व मधुबनी बाईपास के  36.21 करोड़ वितरित किया गया था। पैकेज-1 के तहत सेक्शन -1 साहरघाट से रहिका तक व सेक्शन-2 कलुआही से उमगांव तक बनने वाली सड़कों के लिए 2200 लोगों को मुआवजे का भुगतान होगा। भेजा से विदेश्वर स्थान व मधुबनी बाईपास तक के लिए करीब 1300 रैयतों को मुआवजा मिलेगा।

तीन चरण में होगा सड़क निर्माण

भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत जिले में तीन फेज में सड़क निर्माण होना है। इसमें पैकेज एक में दो सेक्शन हैं। सेक्शन-1 के तहत एनएच-104 से उमगांव-बासोपट्टी-मलमल बाइपास होते हुए कलुआही व सेक्शन-2 में एनएच 104 से साहरघाट-उच्चैठ भगवती स्थान-बेनीपट्टी बाइपास होते हुए रहिका तक। पैकेज-2 के तहत रहिका-मधुबनी बाइपास-रामपट्टी होते हुए एनएच-57 के लिंक रोड से जुड़ेगा। तीसरे पैकेज में विदेश्वर स्थान से भेजा तक है। विदेश्वर स्थान से भेजा तक सड़क निर्माण के लिए बीस राजस्व ग्राम में 90 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। यह सड़क तीन प्रखंड झंझारपुर, मधेपुर और लखनौर से होकर गुजरेगी।

झंझारपुर अंचल के तीन गांव लोहना, सर्वसीमा व दुबैली खैरा, जबकि लखनौर अंचल के मदनपुर, रतौल, कैथीनिया, दैया खरबार, लखनौर, उमड़ी व लौफ़ा से होकर यह सड़क निकलेगी। मधेपुर अंचल के पचही, मधेपुर, नवादा, बेतौना, भखरैन, रहुआ, खरीक, मधुसंग्राम व भेजा गांव को यह सड़क जोड़ेगी। उमगांव से कलुआही तक बनने वाली नई सड़क के मूल्यांकन का कार्य पूरा हो गया है। यहां इस सड़क की लंबाई 11 किमी होगी। अधिकारियों के अनुसार, इस सड़क निर्माण में एक बाईपास भी बनाया जाएगा जो बासोपट्टी बाजार के पास होगा। इससे लोगों को कलुआही आने के लिए बासोपट्टी बाजार नहीं आना होगा। समय की बचत होगी।  

रामायण सर्किट तक पहुंचना होगा आसान

मिथिला के तीन धार्मिक स्थलों के जुड़ने के साथ ही नेपाल से अयोध्या तक बन रहे रामायण सर्किट तक पहुंच भी आसान हो जाएगी। दोनों परियोजनाएं आसपास के जिलों में चल रही हैं। रामायण सर्किट सीतामढ़ी से होकर गुजर रहा है, जबकि भारतमाला की सड़क मधुबनी से होकर पूर्णिया तक जाने वाली है। पर्यटकों के लिए इन दोनों से जुड़ना आसान हो जाएगा क्योंकि मधुबनी और सीतामढ़ी के बीच अच्छी सड़कें हैं।

जिला भूअर्जन अधिकारी विवेक कुमार ने बताया कि भारतमाला प्रोजेक्ट जिले के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसके निर्माण से मिथिला के तीन धार्मिक स्थल आपस में जुड़ जाएंगे। इससे रोजगार की संभावना में बढ़ेगी। साथ ही यातायात सुगम हो जाएगा।

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