Faridabad में बनेगा 1.5 किलोमीटर लंबा पुल, इन इलाकों में कम होगा ट्रैफिक

NCR News : ईस्ट-वेस्ट परियोजना के तहत फरीदाबाद में एसआईसी चौक से सैनिक कॉलोनी तक बनने वाले एलिवेटेड फ्लाईओवर का सर्वे पूरा होने के बाद डीपीआर तैयार कर ली गई है। योजना के तहत चार किलोमीटर लंबा एलिवेटेड फ्लाईओवर लगभग दो वर्ष में बनकर तैयार हो जाएगा। योजना पर लगभग 225 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बजट को जल्द ही संशोधन कर सरकार को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। सरकार से मंजूरी मिलने पर इस पर काम शुरू होगा।
सैनिक कॉलोनी से ESI चौक तक पहुंचने वाली मुख्य सड़क बहुत संकरी है। यह सड़क भी गुरुग्राम से एनआईटी जाने वाले वाहनों का इस्तेमाल करती है। इसलिए यहां दिन भर जाम रहता है।
225 करोड़ रुपए किए जाएंगे, खर्च
हाल ही में विधायक धनेश अदलखा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से फ्लाईओवर बनाने का अनुरोध किया था। जो सरकार ने मंजूर किया था। एफएमडीए ने इसके बाद परियोजना का सर्वे किया। फिजिबिलिटी रिपोर्ट को अंतिम बार सरकार को फाइल भेजने से पहले बनाया गया था। जिसमें बजट में प्रस्तावित 225 करोड़ से अधिक खर्च हुआ है। वर्तमान में इसे लगभग 225 करोड़ रुपये पर लाने का विचार किया जा रहा है।
दस मिनट की दूरी तय करने में लगता है, आधा घंटा
NIIT क्षेत्र के लोगों को अभी सेक्टर 12 या ओल्ड फरीदाबाद जाने के लिए नीलम, बाटा और एनएचपीसी रेलवे ओवर ब्रिज पार करना पड़ता है। फिर आपको राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनाए गए अंडरपास से गुजरना होगा, फिर सेक्टर-12 और बाईपास के पास आगरा नहर को पार करके ग्रेटर फरीदाबाद पहुंचना होगा। 10 मिनट की दूरी तय करने में आधा घंटा लगता है। ऐसे ही उत्तर-पश्चिम परियोजना का काम शुरू हुआ है। इसमें एक एलिवेटेड यू-टर्न सड़क बनाने की योजना है। बड़खल गांव-अनखीर चौक से बड़खल फ्लाईओवर होते हुए यह सड़क मार्ग ग्रेटर फरीदाबाद से जुड़ेगा। सैनिक कॉलोनी से प्याली चौक और वहां बाटा आरओबी होते हुए हाईवे तक दूसरा रास्ता जाएगा। सेक्टर-12 में खाटू श्याम मंदिर के पास हाईवे पर अंडरपास बनेगा।
एफएमडीए के मुख्य अभियंता रमेश बागड़ी ने कहा, "फ्लाईओवर की डीपीआर बन गई है। उसकी पिछली फिजिबलिटी रिपोर्ट में बजट थोड़ा बड़ा था। इसे कम करने का प्रयास जारी है। डीपीआर चार से पांच दिन में सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।''