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उत्तरप्रदेश में 13 बाईपास रेल लाइनें बढ़ाएगी ट्रेनों की स्पीड, इन क्षेत्रों को मिलेगा फायदा

North Eastern Railway : पूर्वोत्तर रेलवे में 13 रेलवे बाईपास जल्द ही बनकर तैयार वाले  है. इन बाईपास रेल लाइनो के बनने से ट्रेन का ट्रैफिक कम हो जाएगा. इससे रेलवे स्टेशनो और जंक्शन पर ट्रेनों की भीड़ में कमी आएगी. इसके बाद ट्रेन का इंजन बदले के झंझट से निजात मिलेगी और ट्रेनें निर्बाध गति से चल सकेंगी। इन बाईपास रेल लाइनो के माध्यम से मांग के मुताबिक गाड़ियों का संचालन किया जा सकेगा और समय पालन बेहतर होगा। 

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उत्तरप्रदेश में 13 बाईपास रेल लाइनें बढ़ाएगी ट्रेनों की स्पीड, इन क्षेत्रों को मिलेगा फायदा

Bypass Railway  Lines : पूर्वोत्तर रेलवे के बीच 13 नई बाईपास रेल लाइनें का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। यह बाईपास रेल लाइनें ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगी। इनके जरिए गोरखपुर सहित कई प्रमुख स्टेशनों पर ट्रेनों का भार कम हो जाएगा। इसके बाद ट्रेन का इंजन बदले के झंझट से निजात मिलेगी और ट्रेनें सुचारु रूप से गति में चल सकेंगी। इन बाईपास रेल लाइनो के माध्यम से मांग के मुताबिक गाड़ियों का संचालन किया जा सकेगा और समय पालन बेहतर होगा। 

रेलवे बोर्ड की तरफ से हरी झंडी मिलने के बाद 13 नई बाईपास रेलवे पटरियों समेत 16 नई परियोजना पर फाइनल लोकेशन सर्वे शुरू कर दिया गया है। जिसमें दो चौथी और एक तीसरी रेल लाइन का एफएलएस भी शामिल है। सर्वे के लिए रेल मंत्रालय ने 1228.74 लाख रुपये का आवंटन भी कर दिया है। फाइनल लोकेशन सर्वे पूरा होने के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी। डीपीआर पर रेलवे बोर्ड की अनुमति के बाद निर्माण कार्य की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएंगी। इसके साथ ही पूर्वांचल में रेल लाइनों का जाल बिछ जाएगा।

मीडिया वेबसाईट के मुताबिक रेलवे बोर्ड ने गोरखपुर और गोरखपुर कैंट दो बाईपास लाइन को भी स्वीकृति प्रदान की है। इसमें गोरखपुर बाईपास लाइन गोरखपुर-छपरा मुख्य रेलमार्ग और सहजनवां-दोहरीघाट नई लाइन को आपस में जोड़ेगी। गोरखपुर कैंट बाईपास लाइन गोरखपुर-छपरा मुख्य रेलमार्ग और गोरखपुर-नरकटियागंज लाइन को जोड़ेंगी।

शिक्षक रजनीश चतुर्वेदी द्वारा सूचना का अधिकार के अंतर्गत मांगी गई सूचना पर रेलवे प्रशासन ने वाराणसी मंडल के इंदारा, औड़िहार और मऊ बाईपास लाइन के रूट के बारे में भी अवगत कराया है। रेलवे प्रशासन के अनुसार इंदारा बाईपास लाइन कीड़िहरापुर स्टेशन से रतनपुरा स्टेशन के मध्य और मऊ बाईपास लाइन खुरहट स्टेशन से पिपरीडीह स्टेशन के मध्य तथा औड़िहार बाईपास लाइन सादात स्टेशन से सैदपुर भितरी स्टेशन के मध्य प्रस्तावित है।

इनके अलावा सहजनवा-दोहरीघाट नई रेल लाइन के लिए मनकापुर से सहजनवां के बीच वाई कनेक्शन बाईपास लाइन भी प्रस्तावित है। जिससे गोरखपुर ही नहीं लखनऊ और अयोध्या रूट की ट्रेनें भी सहजनवां में बिना इंजन बदले दाेहरीघाट रूट पर संचालित हो सकेंगी। इन बाईपास लाइनों से गोरखपुर-वाराणसी, गोरखपुर-छपरा और गोरखपुर-नरकटियागंज रूट पर ट्रेनों का आवागमन सुगम हो जाएगा। यात्री ट्रेनें ही नहीं मालगाड़ियों का परिचालन भी समय से हो सकेगा। रोजगार सृजन के साथ क्षेत्र का भी विकास होगा।

इनके लिए लोकेशन सर्वे शुरू कर दिया गया है

  1. गोरखपुर कैंट बाईपास वाई कनेक्शन- कुसम्ही से उनौला के बीच 12 किमी
  2. गोरखपुर बाईपास लाइन - खजनी से सरदारनगर के बीच 35 किमी
  3. कप्तानगंज बाईपास लाइन - लक्ष्मीगंज से घुघली के बीच 08:50 किमी
  4. घुघली बाईपास लाइन वाई कनेक्शन- 02 किमी
  5. इंदारा बाईपास लाइन- किड़िहरापुर-रतनपुरा के बीच 16 किमी
  6. औड़िहार बाईपास- सादात से सैदपुर भितरी के बीच 20 किमी
  7. मऊ बाईपास- खुरहट से पिपरीडीह के बीच 15 किमी
  8. वाराणसी जंक्शन बाईपास- सारनाथ से हरदत्तपुर के बीच 32 किमी
  9. सिवान बाईपास- जिरादेई से अमलोरी के बीच 11.75 किमी
  10. छपरा बाईपास- टेकनिवास से छपरा ग्रामीण के बीच 12 किमी
  11. डालीगंज बाईपास- सारनाथ से महिबुल्लापुर के बीच 06 किमी
  12. लालकुआं बाईपास- हल्दीरोड से पंतनगर के बीच 07 किमी
  13. सीतापुर वाई कनेक्शन- सीतापुर सिटी से बहराइच के बीच 99 किमी

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