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NCR सहित हरियाणा के इन 5 जिलों से होकर गुजरेगी 126 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन, बनेंगे 15 स्टेशन

हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड पलवल-मानेसर-सोनीपत के बीच हरियाणा आर्बिटल रेल कॉरिडोर को डेवलप कर रहा है. इस मालगाड़ियों से हर दिन 5 करोड़ टन माल की ढुलाई संभव होगी.आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से....
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126 km new railway line will pass through these 5 districts of Haryana including NCR, 15 stations will be built

Saral Kisan : दिल्ली-एनसीआर में ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए एक्सप्रेस-वे, हाईवे, रेलवे और मेट्रो सर्विस का विस्तार किया जा रहा है. इसी कड़ी में हरियाणा आर्बिटल रेल कॉरिडोर बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. इसके बनने से आईएमटी मानेसर की तस्वीर बदल जाएगी.

हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (HRIDC) द्वारा पलवल-मानेसर-सोनीपत के बीच हरियाणा आर्बिटल रेल कॉरिडोर को डेवलप करने का प्लान है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस के अनुसार, HORC प्रोजेक्ट का सेक्शन A धुलावट से बादशाह तक है. 29.5 किलोमीटर लंबी विद्युतीकृत दोहरी ट्रैक रेलवे लाइन नूंह और गुरुग्राम जिलों से होकर गुजरेगी.

कहां-कहां बनेंगे स्टेशन

इस रेल कॉरिडोर पर सोनीपत से तुर्कपुर, खरखौदा, जसौर खेड़ी, मांडौठी, बादली, देवरखाना, बाढ़सा, न्यू पातली, पचगांव, आइएमटी मानेसर, चंदला डूंगरवास, धूलावट, सोहना, सिलानी और न्यू पलवल में स्टेशन बनाए जाएंगे.

खास बात है कि यह रेल कॉरिडोर देश की सबसे बड़ी ऑटो मोबाइल कंपनी मारुति सुजुकी के प्लांट से महज 200 मीटर की दूरी पर स्थित होगा. आईये आपको बताते हैं आखिर हरियाणा आर्बिटल रेल कॉरिडोर के तैयार होने से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को किस तरह राहत मिलेगी?

क्यों खास है हरियाणा आर्बिटल रेल कॉरिडोर

हरियाणा रेल आर्बिटल कॉरिडोर पर मालगाड़ियों से हर दिन 5 करोड़ टन माल की ढुलाई संभव होगी. इस रेलवे ट्रैक पर 160 किलोमीटर तक प्रति घंटे तक की रफ्तार से ट्रेनें चल सकेंगी. कॉरिडोर पर 2 टनल बनाई जाएगी. खास बात है कि इस सुरंग का निर्माण इस तरह किया जाएगा कि डबल स्टेक कंटेनर भी आसानी से निकल सके. दोनों टनल (अप-डाउन) की लंबाई 4.7 किलोमीटर और ऊंचाई 11 मीटर व चौड़ाई 10 मीटर होगी.

KMP एक्सप्रेस-वे के साथ विकसित होगा

हरियाणा रेल कॉरिडोर केएमपी एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ विकसित किया जाएगा. चूंकि, यह कॉरिडोर मानेसर में मारुति सुजुकी के प्लांट से महज 200 मीटर की दूरी पर है. अब तक प्लांट से 5 किलोमीटर दूर कारें लोड की जाती हैं. ऐसे में रेल कॉरिडोर नजदीक होने से वाहन आसानी से लोड हो सकेंगे और सड़कों पर वाहनों की आवाजाही कम होगी. इससे ना सिर्फ डीजल की बचत होगी बल्कि प्रदूषण भी कम होगा. हरियाणा रेल आर्बिटल कॉरिडोर, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से पृथला और तावड़ू में जुड़ेगा. इससे कारें देश के किसी भी हिस्से में कम से कम समय में पहुंच जाएंगी.

पलवल रेलवे स्टेशन से लेकर सोनीपत में हरसाना कलां रेलवे स्टेशन तक प्रोजेक्ट की कुल लंबाई 126 किलोमीटर होगी. इस प्रोजेक्ट से सीधे 5 जिलों पलवल, गुरुग्राम, नूंह, झज्जर एवं सोनीपत को सीधा लाभ होगा.

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