बिहार में 4 हजार करोड़ से बनेगा 118 किमी. का 4 लेन हाईवे, जमीन अधिग्रहण की मिली मंजूरी
Saral Kisan : पटना से लखनऊ और दिल्ली के लिए सफर आने वाले दिनों में और आसान हो जाएगा. क्योंकि राज्य में पटना-आरा-सासाराम एनएच-119A फोरलेन ग्रीनफील्ड का एक्सप्रेसवे का निर्माण होने जा रहा है. इस एक्प्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण से जुड़ी प्रक्रिया पर काम जारी है. इसी कड़ी में पटना जिले के करीब 21 मौजों में भूमि अधिग्रहण प्रस्तावों की जांच के बाद आगे की कार्यवाही के लिए इन प्रस्तावों को NHAI के पोर्टल पर डाल दिया गया है.
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भोजपुर जिले में करीब 52 स्थानों पर भूमि अधिग्रहण किया जाना है, इनमें से 41 मौजों का 3A का पब्लिकेशन जारी कर दिया गया है. संभावना है कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद इसी वर्ष एक्सप्रेसवे पर काम शुरू हो जाएगा और 2025 तक इसे पूरा कर लिया जाएगा. आइये जानते हैं कि यह फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बिहार के किन-किन इलाकों से गुजरेगा और कैसे यूपी व दिल्ली तक कनेक्टिविटी आसान होगी.
4000 करोड़ की लागत बनेगा एक्सप्रेसवे-
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पटना-आरा-सासाराम फोरलेन एक्सप्रसेव करीब 118 किलोमीटर लंबा होगा और इसके निर्माण पर करीब 4 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. यह एक्सप्रेस-वे आरा जिले के गोनवां, पड़री, रामतारी, कायमनगर, भोजपुर जिले के बामपाली, असनी, गढ़नी, रोहतास जिले के उदवंतनगर, तराडी, गंगौली, पटना जिले के अखोरी गोला, सुआरा होते हुए सासाराम पहुंचेगा. इसके साथ ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिए वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता को नई कनेक्टिविटी मिलेगी.
पटना-आरा-सासाराम NH-119A में सोन नदी पर अरवल और भोजपुर के बीच करीब 3 किलोमीटर लंबा फोर लेन ब्रिज बनाया जाएगा. यह सड़क आरा शहर के बाहर से होकर गुजरेगी. इसके बाद भोजपुर जिले के दक्षिणी भाग से पटना जाने वाले वाहन बिना आरा शहर से गुजरे पटना की ओर जायेंगे.
वहीं, सासाराम से पटना पहुंचने में दूरी और समय दोनों की बचत होगी. अभी पटना से सासाराम पहुंचने में 5 से 6 घंटे का समय लगता है लेकिन पुल व सड़क बनने के कारण इस यात्रा में सिर्फ ढाई से तीन घंटे का समय लगेगा. बता दें कि देश में इस समय रोड इंफ्रास्ट्रक्चर पर तेजी से काम चल रहा है और 2024 व 2025 तक कई राज्यों में बन रहे एक्सप्रेसवे पर आवाजाही शुरू किए जाने का लक्ष्य रखा गया है.