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उत्तर प्रदेश में इस रेलवे स्टेशन की गिराई जाएगी 100 साल पुरानी बिल्डिंग

गोरखपुर जंक्शन का पुनर्विकास 612 करोड़ रुपये की लागत से होगा। नया भवन तैयार होने के बाद ही 100 साल पुरानी बिल्डिंग गिराई जाएगी। नया भवन पुराने भवन की अपेक्षा तीन गुना बड़ा होगा। यात्रियों की सहूलियत के लिए सामने की मेन रोड को 30 फीट चौड़ा किया जाएगा। नया भवन सड़क की तरफ बनाया जाएगा ताकि निर्माण के दौरान ट्रेनों का संचलन प्रभावित न हो।
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100 year old building of this railway station will be demolished in Uttar Pradesh

UP Railway : सीएम योगी के सामने पुनर्विकास का प्रजेंटेशन देने के बाद शुक्रवार को पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक चंद्रवीर रमण ने डिजायन मीडियाकर्मियों से साझा की। पीपीटी प्रजेंटेशन के जरिए नए भवन की खूबियां बताईं। श्री रमण ने कहा कि नए मॉडल में यात्रियों की सहूलियत का ख्याल रखा गया है। एक प्रवेश और एक निकास होगा ताकि परिसर पूरी तरह से सुरक्षित रहे। अगस्त-सितम्बर तक कार्यदायी एजेंसी फाइनल कर दी जाएगी। उसके बाद इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। हमारा लक्ष्य है कि 2025 तक जंक्शन का नया स्वरूप सामने आ जाए।

महाप्रबंधक ने बताया कि एयरपोट की तर्ज पर रेलवे स्टेशन पर एयर कनकोर्स के साथ मल्टी लेवल पार्किग, फूड प्लाजा शॉपिंग मॉल, होटल, अस्पताल के साथ आने वाले एवं जाने वाले यात्रियों के लिए अलग-अलग व्यवस्था रहेगी। रेलवे स्टेशन को बस स्टैन्ड एवं भविष्य में बनने वाले मेट्रो स्टेशन के साथ जोड़ने का भी प्रस्ताव है। प्लेटफॉर्म के ऊपर रूप प्लाजा बनेगा। इसी प्रकार स्टेशन के उत्तरी गेट से सीधे प्लेटफार्म नंबर नौ, आठ और सात पर पहुंच जाएंगे। प्लेटफार्मों तक पहुंचने वाले यात्रियों के लिए उत्तरी गेट से प्लेटफार्म नंबर नौ के ऊपर बनने वाले रूफ प्लाजा तक फ्लाईओवर बनेगा।

कोई अतिरिक्त शुल्क या किराया नहीं जीएम ने बताया कि पुनर्विकास का कार्य खुद रेलवे कर रही है। ऐसे में नए स्वरूप के अस्तित्व में आ जाने के बाद भी किसी भी तरह का अतिरिक्त चार्ज नहीं लगेगा और न ही प्लेटफार्म टिकट शुल्क में बढ़ोत्तरी की जाएगी।

आगमन/प्रस्थान के लिए अलग व्यवस्था नई बिल्डिंग के साथ ही सबसे अहम व्यवस्था यह रहेगी कि आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग व्यवस्था रहेगी। जंक्शन पर जाने वाले यात्रियों के लिए पांच-पांच मीटर चौड़ी तीन लेन बनेगी। दूसरी तरफ से जंक्शन से बाहर निकलने वाले यात्रियों के लिए यही व्यवस्था रहेगी। यहां से यात्री सीधे रोडवेज की तरफ स्काई वे के जरिए जा सकेंगे।

10 गुना अधिक बड़ा बनाया जाएगा द्वितीय प्रवेश द्वार वर्तमान मुख्य भवन जहां 5,855 वर्ग मीटर एवं द्वितीय प्रवेश द्वार 720 वर्ग मीटर में है वहीं प्रस्तावित स्टेशन का निर्माण 17,900 वर्ग मीटर एवं द्वितीय प्रवेश द्वार का निर्माण 7,400 वर्ग मीटर में किया जाएगा। द्वितीय प्रवेश द्वार 10 गुना अधिक बड़ा बनाया जाएगा। यहां से लॉड्री को हटाया जाएगा साथ ही वर्कशॉप का कुछ हिस्सा भी जंक्शन परिसर में समायोजित किया जाएगा ताकि यात्री आराम से आ-जा सकें। असुरन की तरफ से द्वितीय प्रवेश की तरफ से जाने वाले यात्रियों के लिए रोड को चौड़ा किया जाएगा।

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