home page

उत्तर प्रदेश में बनेगा 1 और नया 6 लेन एक्सप्रेसवे, 33 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहण

UP News : उत्तर प्रदेश को एक और एक्सप्रेसवे की सौगात मिलने वाली है। यह सिक्स लेन कॉरिडोर होगा. इस एक्सप्रेसवे के लिए 502.11 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई गांवों की जमीन अधिग्रहण की जाएगी। 

 | 
उत्तर प्रदेश में बनेगा 1 और नया 6 लेन एक्सप्रेसवे, 33 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहण

Uttar Pradesh Green Field Expressway : उत्तर प्रदेश की ताज नगरी आगरा को एक और एक्सप्रेस वे की सौगात मिलने जा रही है. दो राज्यों के बीच बनने वाले इस एक्सप्रेसवे के लिए मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुल 33 गांव की जमीन अधिग्रहण की जाएगी. उत्तर प्रदेश के आगरा से ग्वालियर तक इस एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा. 

मौजूदा समय में आगरा से लेकर ग्वालियर के बीच की दूरी 121 से किलोमीटर है. लेकिन बता दे की आने वाले समय में यह दूरी 121 किलोमीटर से घटकर मात्र 88 किलोमीटर रह जाएगी। आगरा से ग्वालियर के बीच का सफर मात्र 1 घंटे में पूरा किया जा सकेगा. बता दें कि उत्तर प्रदेश के आगरा और ग्वालियर के बीच नए सिक्स लेन हाई स्पीड कॉरिडोर को स्वीकृति दे दी गई है. इस एक्सप्रेसवे पर वाहन 100 Km की स्पीड से फर्राटा भर सकेंगे.

हाई स्पीड कॉरिडोर के लिए 502.11 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण 

आगरा से ग्वालियर एक्सप्रेस वे यानी हाई स्पीड कॉरिडोर के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने पर्यावरण मंजूरी के लिए पर्यावरण मंत्रालय को आवेदन भेजा है. आगरा से ग्वालियर के बीच बनने वाले इस सिक्स लेन हाई स्पीड कॉरिडोर के लिए 502.11 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. इसमें वन क्षेत्र की  3.18 हेक्टेयर जमीन मौजूद है.  

उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के गांव की जमीन होगी अधिग्रहण

इस हाई स्पीड कॉरिडोर के लिए आगरा में सदर और खेरागढ़ तहसील के 15 गांवों की 153 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. इसके अलावा मध्य प्रदेश के 18 गांवों की 151 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। इस सिक्स लेन हाई स्पीड कॉरिडोर के निर्माण में 4613 करोड रुपए की लागत राशि आएगी. उत्तर प्रदेश के आगरा के देवरी गांव से यह एक्सप्रेसवे शुरू होकर मध्य प्रदेश के ग्वालियर के सुसेरा में समाप्त होगा.

इन गांवों में होगा जमीन अधिग्रहण

देवरी, सलेमाबाद, ककरारी, करौंधना, फूलपुर, नगला पाटम, लौहेटा, गौहरी, बाबरपुर, शेरपुर, सादूपुरा, पुसैंता, महदेवा, दारकी की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। हाइस्पीड कॉरिडोर में 90% समतल जमीन और 10% बीहड़ जमीन का उपयोग होगा। नया एक्सप्रेसवे आगरा-ग्वालियर की दूरी 33 किमी कम करेगा।

60 मीटर यानी लगभग 200 फीट चौड़े आगरा-ग्वालियर हाईस्पीड कॉरिडोर में एकमात्र टोल प्लाजा होगा। फर्स्ट एड, रेस्ट शेल्टर, टॉयलेट, पेयजल, रेस्तरां, कैफे, एंबुलेंस, क्रेन, सड़क पेट्रोलिंग, बस और ट्रक ले इसमें शामिल होंगे। इसमें पेट्रोल पंप, EV चार्जिंग स्टेशन और सीएनजी की सुविधा होगी।

इन नहरों, सड़कों, रेल लाइन नदियों से गुजरेगा कॉरिडोर

सिक्सलेन हाईस्पीड कॉरिडोर इरादत नगर रजवाह, खारी नदी, चंबल नदी, कुवारी नदी, असान नदी, सांख नदी, भिंड मुख्य नहर, चंबल मुख्य नहर और मुरैना में 2 किमी ईको सेंसिटिव जोन को पार करेगा। यह नेशनल चंबल सेंक्चुअरी के दो किमी भाग से गुजरेगा। यह राजमार्ग धौलपुर-राजाखेड़ा और मुरैना-अंबाह राज्य राजमार्ग को पार करेगा, साथ ही सैंया-शमशाबाद राजमार्ग और सेमरी-देवरी राजमार्ग के ऊपर से गुजरेगा। इस कॉरिडोर में आरओबी का निर्माण आगरा-फतेहाबाद रेलवे लाइन के ऊपर किया जाएगा। 

सिक्सलेन हाईस्पीड कॉरिडोर इनका होगा निर्माण 

1 - 47 पुलिया का निर्माण 

बाईपास के विभिन्न हिस्सों में 47 छोटे पुलिया बनाए जाएंगे जो सड़क के नीचे या पानी की निकासी के लिए होते हैं।

2 - 4 छोटे पुल का निर्माण

छोटे नदी या नालों को पार करने के लिए 4 छोटे पुल बनाए जाएंगे।

3 -  5 बड़े पुल का निर्माण

बड़े नदी या अन्य बाधाओं को पार करने के लिए 5 बड़े पुल बनाए जाएंगे।

4 - 1 रेल ओवरब्रिज

रेलवे ट्रैक को पार करने के लिए 1 रेल ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा।

5 - फ्लाईओवर

ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने के लिए 6 फ्लाईओवर बनाए जाएंगे।

6 - टोल प्लाजा

बाईपास पर एक टोल प्लाजा बनाया जाएगा जहां से गुजरने वाले वाहनों से टोल शुल्क वसूला जाएगा।

आंकड़े एक नजर में

1 - लागत: 4613 करोड़ रुपये
2 - लंबाई: 88.430 किमी
3 - जमीन का अधिग्रहण: 502.11 हेक्टेयर
4 - वनक्षेत्र की जमीन: 3.18 हेक्टेयर
5 - राजस्व गांव: 75 गांवों से होकर निकलेगा

Latest News

Featured

You May Like