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उत्तर प्रदेश में 10000 एकड़ से अधिक जमीन पर बसेगा नया शहर, 30 गांव होंगे अर्बन सेंटर में शामिल

UP News : यमुना विकास प्राधिकरण की सबसे बड़ी अपडेट सामने आ रही है। उत्तर प्रदेश के इस जिले को लेकर बड़ी खुशखबरी वाली खबर है. यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे 10500 हेक्टेयर जमीन में नया शहर बसाने की योजना बनी है. 

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उत्तर प्रदेश में 10000 एकड़ से अधिक जमीन पर बसेगा नया शहर, 30 गांव होंगे अर्बन सेंटर में शामिल

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर को लेकर यमुना विकास प्राधिकरण ने बड़ी अपडेट जारी की है। यमुना विकास प्राधिकरण नया आगरा शहर बसाने की परियोजना बना रहा है। न्यू आगरा अर्बन सेंटर  संवारने और सजाने में करीब 40000 करोड रुपए की लागत राशि आएगी. यह नया शहर 10500 हेक्टेयर जमीन पर बसाया जाएगा। यमुना विकास प्राधिकरण ने इस योजना को मास्टर प्लान 2031 हिस्सा बनाया है। 

आगरा की सुंदरता में लगेंगे चार चाँद 

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने न्यू आगरा को बसाने की योजना बनाई है, जो ताज नगरी आगरा की सुंदरता को और भी बढ़ा देगा।
 डॉ अरुणवीर सिंह जो यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपाल अधिकारी हैं उन्होंने यह बड़ी घोषणा कर दी है। इस बड़ी परियोजना के मास्टर प्लान तैयार करने की जिम्मेदारी स्काई ग्रुप को दी गई है। इस योजना में पर्यटन और गैर प्रदूषणकारी फैक्ट्रियां बनाने का प्रस्ताव है। एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी आने वाले 9 महीने में इस परियोजना के मास्टर प्लान का ब्लूप्रिंट तैयार कर लेगी।

न्यू आगरा अर्बन सेंटर में 30 गांव शामिल होगें 

न्यू आगरा अर्बन सेंटर में यमुना एक्सप्रेसवे पर आगरा किनारे के 30 गांव शामिल किए जाएंगे। क्रियाशील इंजीनियरिंग स्काई ग्रुप को अध्ययन रिपोर्ट बनाने का काम सौंपा गया है। इसमें औद्योगिक, आवासीय और हरित क्षेत्र के कार्य शामिल होंगे। नौ महीने में, कंपनी जनसंख्या, परिवहन प्रणाली, सड़क, पर्यावरण, आर्थिक, सामाजिक, सुविधाएं, उद्योग और संभावनाओं, कारोबार की स्थिति, यमुना नदी सहित जल स्रोतों की स्थिति पर एक विस्तृत रिपोर्ट बनाकर प्राधिकरण को सौंपेगी।

10500 हेक्टेयर जमीन

यह नया शहर 10500 हेक्टेयर जमीन पर बसाया जाएगा।  न्यू आगरा में आवासीय उपयोग के लिए 20, व्यावसायिक उपयोग के लिए 4, उद्योग के लिए 25, परिवहन के लिए 13, कृषि के लिए 15, पर्यटन के लिए 7 और मिश्रित उपयोग के लिए 7 प्रतिशत जमीन आरक्षित रहेगी। गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर को पहले चरण में छह जिलों में फैले यमुना प्राधिकरण के क्षेत्र में विकसित किया जा रहा है। बाद में अलीगढ़, मथुरा, हाथरस और आगरा को विकसित किया जाएगा। यीडा ने पहली बार आगरा के लिए व्यापक योजना बनाई है।

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