दिल्ली-NCR में घर खरीदना आम आदमी के लिए हुआ मुश्किल, पांच सालों में प्रॉपर्टी रेट्स में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोतरी

 
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली और उससे सटे एनसीआर (NCR) इलाके में अब अपना घर खरीदना एक बड़ा सपना बनता जा रहा है। बीते पांच वर्षों में (Q1 2020 से Q1 2025) प्रॉपर्टी की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है, जिसने आम मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए घर लेना और भी कठिन बना दिया है।ANAROCK द्वारा जारी किए गए ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, एनसीआर के अधिकांश शहरों में रिहायशी संपत्तियों की कीमतों में भारी इजाफा हुआ है। कुछ इलाकों में तो दाम करीब-करीब दोगुने हो गए हैं।

ग्रेटर नोएडा में सबसे ज्यादा बढ़त

एनसीआर में प्रॉपर्टी की दरों में सबसे तेज़ वृद्धि ग्रेटर नोएडा में देखी गई है। यहां Q1 2020 में जहां औसत दर ₹3,340 प्रति वर्ग फुट थी, वह अब बढ़कर ₹6,600 हो चुकी है, यानी करीब 98% का उछाल। पांच साल पहले जो फ्लैट 33 लाख रुपये में मिलता था, अब उसकी कीमत 66 लाख रुपये तक पहुंच चुकी है।

नोएडा और गुड़गांव की रफ्तार भी तेज

नोएडा में भी रेट्स में करीब 92% की बढ़त देखने को मिली है। यहां औसत दाम ₹4,795 से बढ़कर ₹9,200 प्रति वर्ग फुट हो गए हैं। वहीं गुरुग्राम में यह आंकड़ा ₹6,150 से सीधे ₹11,300 पर पहुंच गया  यानी 84% का इज़ाफा।

गाजियाबाद और फरीदाबाद भी नहीं रहे पीछे

जिन लोगों को लगता था कि गाजियाबाद और फरीदाबाद में सस्ते में घर मिल जाएगा, उनके लिए भी खबर चौंकाने वाली है। गाजियाबाद में प्रॉपर्टी की कीमतें 72% तक बढ़ गई हैं, जबकि फरीदाबाद में भी 50% का इज़ाफा हुआ है।दिल्ली में प्रॉपर्टी के रेट बाकी एनसीआर की तुलना में थोड़े कम जरूर बढ़े हैं, लेकिन यहां भी ₹18,200 से बढ़कर ₹25,200 प्रति स्क्वायर फीट हो चुके हैं, यानी करीब 38% की बढ़त दर्ज की गई है।

क्या अब घर लेना नामुमकिन है?

एनसीआर में प्रॉपर्टी की कीमतें जिस रफ्तार से ऊपर जा रही हैं, उससे यह कहना गलत नहीं होगा कि अब अपने सपनों का घर लेना आम आदमी के लिए एक लंबी दौड़ बनता जा रहा है। तेजी से महंगी होती जमीन ने लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है और अब दिल्ली-NCR में घर लेना किसी लग्ज़री से कम नहीं लग रहा।