UP Expressway: उत्तर प्रदेश में बनेंगे 4 नए एक्सप्रेसवे, 1305 KM लंबे रोड से करीब होंगे बिहार-बंगाल

UP News: उत्तर प्रदेश सरकार लगातार यातायात को तेज और आसान बनाने की कोशिश कर रही है। इससे यात्रा काफी तेज होगी। योगी सरकार राज्य में चार नए एक्सप्रेसवे बनाने की योजना भी बनाई जा रही है। चलिए पूरी जानकारी प्राप्त करें 

 

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश सरकार लगातार परिवहन व्यवस्था को तेज़ और आधुनिक बनाने की दिशा में काम कर रही है। इसी क्रम में योगी सरकार ने प्रदेश में चार नए एक्सप्रेसवे विकसित करने की योजना बनाई है। इसके लिए कुल ₹1050 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है। इन परियोजनाओं के पूरा होने से न केवल यात्रा सुगम और तेज़ होगी, बल्कि आवागमन, व्यापार और स्थानीय विकास को भी नई रफ्तार मिलेगी।

आधुनिक और कुशल बनाने के लिए लगातार प्रयास

उत्तर प्रदेश सरकार राज्य की परिवहन व्यवस्था को आधुनिक और कुशल बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी क्रम में, योगी सरकार ने चार नए एक्सप्रेसवे बनाने की योजना तैयार की है, जिसके लिए ₹1050 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। ये परियोजनाएं राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। 

हाई स्पीड बनाने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे

उत्तर प्रदेश की सड़क नेटवर्क कनेक्टिविटी को हाई स्पीड बनाने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे में निवेश किया जा रहा है। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने लगभग 1050 करोड़ रुपये का बजट रखा है कि चार नए एक्सप्रेसवे बनाए जाएं। इन परियोजनाओं के पूरा होते ही राज्य के कई जिलों को बहुत लाभ होगा, और इनसे यात्रा तेज और आसान हो जाएगी। क्षेत्र भी तेजी से विकसित होगा। बेहतर कनेक्टिविटी से व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे आर्थिक विकास को गति मिलेगी। इन परियोजनाओं से संबंधित क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा होंगे और स्थानीय विकास को नई दिशा मिलेगी।चलिए इन चार एक्सप्रेस-वे के बारे में अधिक जानें।

यहां इन चार प्रस्तावित एक्सप्रेसवे का विवरण दिया गया है

1. ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (₹900 करोड़)

इस एक्सप्रेसवे का निर्माण हरदोई और फर्रुखाबाद को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए किया जाएगा. अब तक, इन जिलों की सीधी कनेक्टिविटी नहीं थी. इस परियोजना से इन क्षेत्रों में औद्योगिक विकास, आवागमन और भूमि मूल्यों में वृद्धि होगी.

2. विंध्य राजमार्ग (₹50 करोड़)

₹50 करोड़ की लागत से प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली और सोनभद्र को जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे का एक विस्तार प्रस्तावित है. इससे पूर्वांचल और दक्षिणांचल के बीच आसानी से आवागमन होगा.

3. मेरठ-हरिद्वार लिंक (₹50 करोड़)

गंगा एक्सप्रेसवे को मेरठ से हरिद्वार तक बढ़ाकर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को जोड़ेगा. यह सड़क धार्मिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण होगी, जिससे कुंभ और चारधाम यात्राओं के दौरान यातायात पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.

4. बुंदेलखंड-रीवा राजमार्ग (₹50 करोड़)

रीवा से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को सीधे जोड़ने के लिए बुंदेलखंड क्षेत्र से एक नया राजमार्ग बनाया जा रहा है. यह बुंदेलखंड को आर्थिक रूप से विकसित करने में मदद करेगा, साथ ही सीमावर्ती जिलों के लोगों को भी बहुत फायदा होगा.

विकास के अवसर खुलेंगे 

बजट भाषण में, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने इन सभी परियोजनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि सरकार सड़क परिवहन के माध्यम से कृषि, पर्यटन और औद्योगिकीकरण की गतिविधियों को तेज करना चाहती है। एक्सप्रेसवे न केवल समय की बचत करेंगे, बल्कि भूमि की कीमतों में वृद्धि करेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएंगे।