Toll Tax: 3000 रुपए में सालभर के लिए मिलेगी 200 ट्रिप, जानिए कितना आएगा एक ट्रिप का खर्च 

Toll Tax News new rules: 3000 रुपये का फास्टैग पास लें और देशभर में 200 यात्राएं (ट्रिप) बिल्कुल मुफ्त करें। लेकिन सवाल यह है कि एक ट्रिप को कैसे परिभाषित किया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति गाड़ी से दिल्ली से लखनऊ जाता है और वापस आता है, तो टोल प्लाजा पर कितनी ट्रिप गिनी जाएंगी? रोजाना या महीने में टोल टैक्स का भुगतान करने से आजादी मिलने वाली है। साल में एक बार 3000 रुपये का फास्टैग पास लें और देशभर में 200 यात्राएं मुफ्त करें। चलिए जानते है विस्तार से 

 

Saral Kisan, Toll Tax News new rules: सड़क परिवहन मंत्रालय के अनुसार 3000 रुपये में एक साल में 200 ट्रिप का लाभ मिलेगा। उदाहरण के लिए, यदि कोई वाहन चालक फास्टैग पास लेकर दिल्ली से जयपुर जाता है और उस हाईवे पर सात टोल प्लाजा आते हैं, तो इसे सात ट्रिप माना जाएगा। अगर वह वापस उसी रूट से आता है, तो उसके 14 ट्रिप गिने जाएंगे। 

क्या टोल प्लाजा के बीच की दूरी महत्वपूर्ण होगी? 

इस फास्टैग पास में टोल प्लाजा के बीच की दूरी का कोई महत्व नहीं होगा। चाहे टोल प्लाजा 50 किमी की दूरी पर हो या 100 किमी की, दो ट्रिप ही मानी जाएंगी। इसका उन टोलों में अधिक लाभ होगा, जहां लंबी दूरी के बीच टोल प्लाजा स्थित हैं। 

क्या यह आदेश देशभर के टोल प्लाजा पर लागू होगा? 

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का आदेश सभी टोल प्लाजा पर लागू नहीं होगा। यह केवल एनएचएआई के टोल प्लाजा पर लागू होगा। उदाहरण के लिए, दिल्ली आगरा के यमुना एक्सप्रेसवे या आगरा से लखनऊ के ताज एक्सप्रेसवे पर यह आदेश लागू नहीं होगा। वहां पहले की तरह ही टोल का भुगतान करना होगा, भले ही फास्टैग का उपयोग किया जा रहा हो। 

यह पास बड़े वाहनों के लिए नहीं है। 

यह पास केवल निजी वाहनों (जैसे कार, जीप, वैन) के लिए है और देशभर के राष्ट्रीय राजमार्गों पर बिना रुकावट यात्रा करने में मदद करेगा। बस और ट्रक जैसे बड़े वाहनों को पहले की तरह ही टोल का भुगतान करना होगा। 

15 रुपये औसतन प्रति टोल का भुगतान करना होगा। 

एनएचएआई का टोल रेट अलग-अलग टोल पर भिन्न है। कहीं 50 रुपये, कहीं 100 रुपये, तो कहीं इससे अधिक। लेकिन साल में जो लोग 3000 रुपये का फास्टैग लेकर यात्रा करेंगे, उन्हें औसतन 15 रुपये प्रति टोल का भुगतान करना होगा। 

लंबी दूरी और रोजाना यात्रा करने वालों को लाभ होगा। 

इंडियन फाउंडेशन ऑफ ट्रांसपोर्ट रिसर्च एंड ट्रेनिंग के एसपी सिंह का कहना है कि इसका लाभ लंबी दूरी और रोजाना हाईवे पर यात्रा करने वालों को होगा। खासकर बड़े शहरों के लिए यह पास राहत देगा, क्योंकि दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद समेत कई शहर ऐसे हैं, जहां से तीन-चार हाईवे गुजरते हैं। इन शहरों के लोग काम के सिलसिले में रोजाना हाईवे से गुजरते हैं। ऐसे लोगों का समय और पैसा दोनों बचेगा।