उत्तर प्रदेश के इस रेलवे स्टेशन के आगे फीका है Airport, मिल रही वर्ल्ड क्लास सुविधाएं
Gomti Nagar Railway Station : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गोमतीनगर रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तरह तैयार किया गया है। यहाँ के स्टेशन परिसर में शॉपिंग मॉल, फूड कोर्ट और अन्य आधुनिक सुविधाएं मिल रही हैं। चलिए जानते है ये खास सुविधाएं
Saral Kisan, Gomti Nagar Railway Station : भारतीय रेलवे ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के साथ साथ मजबूत रेलवे स्टेशनों को बनाने का काम कर रहे है। यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर कई नई सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं। आज हम आपको लखनऊ के गोमतीनगर रेलवे स्टेशन के बारे में बताने वाले है। गोमतीनगर रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश के हाईटेक रेलवे स्टेशन में आता है। इस स्टेशन को कोलकाता एयरपोर्ट की तरह बनाया गया है। जहां रैंप के द्वारा लोग अंदर जाते है और प्लेटफार्मों के ऊपर स्काईवाक जैसी सुविधा भी मिलती है।
उत्तर प्रदेश के गोमती नगर रेलवे स्टेशन में विश्व स्तरीय सुविधाएँ मिल रही है। इस रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तरह आधुनिक बनाया गया है। रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाने के लिए 9 लिफ्ट, 9 एक्सीलेटर और फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं दी गई है। इसमें हाल को ac बनाया गया है ताकि ट्रेन का इंतजार करते समय यात्रियों को सुविधा हो सके। गोमती नगर रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश का पहला रेलवे स्टेशन है जहां पर यात्रियों को विश्व क्षत्रिय सुविधा मिल रही है। इस हाईटेक बनाने के लिए 385 करोड़ का खर्च आया है। यात्रियों के आवागमन को आसान बनाने के लिए ड्राइववे बनाया गया है। पहली मंजिल पर 458 मीटर लंबा फ्लाईओवर बनाया गया है।
गोमती नगर रेलवे स्टेशन का कायाकल्प पर इस साल किया गया है। यहां से रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं। वही गोमती नगर की तर्ज पर 385 करोड़ की लागत से चारबाग स्टेशन और छोटी लाइन वाले लखनऊ जंक्शन का पूनरविकास किया जाएगा। अत्याधुनिक सुविधाओं में यात्रियों के आगमन के लिए ड्राइववे के साथ पहली मंजिल पर 458 मीटर का फ्लाईओवर बनाया गया है। टर्मिनल भवन के ठीक बाहर दो कमर्शियल परिसर हैं, जिनकी कुल क्षमता 177 दुकानों की है।
गोमतीनगर स्टेशन का उद्घाटन इस वर्ष हुआ है। यहां हजारों यात्री यात्रा करते हैं। गोमतीनगर के समान लगभग 100 वर्ष पुराने चारबाग स्टेशन और छोटी लाइन वाले लखनऊ जंक्शन का पुनर्विकास 385 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा।
वर्तमान में, प्रतिदिन पटना वंदे भारत एक्सप्रेस सहित 23 ट्रेनों से लगभग आठ हजार यात्री आते-जाते हैं। यह स्टेशन प्रमुख मार्गों में गोरखपुर जंक्शन, छपरा और बरौनी जंक्शन को शामिल करता है। गोरखपुर जंक्शन को लखनऊ से जोड़ने के लिए 2 साप्ताहिक ट्रेनें, छपरा से लखनऊ के लिए 2 साप्ताहिक ट्रेनें और बरौनी जंक्शन से लखनऊ के लिए 1 साप्ताहिक ट्रेन उपलब्ध हैं।
गोमतीनगर की तरह चारबाग स्टेशन और लखनऊ जंक्शन को जोड़ने के लिए एक स्काईवाक का निर्माण होगा, जो चारबाग मेट्रो स्टेशन से जुड़ जाएगा। ट्रेन के आगमन के लिए भूमिगत पार्किंग की व्यवस्था होगी। चारबाग रेलवे स्टेशन पर आने वाली लगभग पांच दर्जन ट्रेनें शाम छह से रात 12 बजे तक प्लेटफार्म की कमी के कारण आउटर पर खड़ी रहती हैं। पिछले एक वर्ष में चारबाग से दिलकुशा तक की दो लेन को चार लेन में बदलने, कटाई वाले पुल को बदलने, दो नए प्लेटफार्म बनाने और वंदे भारत एक्सप्रेस की सेवाओं को बढ़ाने के लिए उसका मेटनेंस रोड बनाने का कार्य चल रहा है। ऐशबाग से सीतापुर के बीच अमान परिवर्तन कर छोटी लाइन को बड़ी लाइन में परिवर्तित किया गया है।
ये होंगे अमृत स्टेशन
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इन स्टेशनों का विकास बाकी लखनऊ के निकट उत्तरेटिया, मोहनलालगंज, निगोहां, अनूपगंज, बक्कास, मल्हौर, मानकनगर, अमौसी, पिपरखंड, हरौनी, मलिहाबाद, काकोरी, मोहिबुल्लापुर, इटौंजा, चख्शी का तालाब स्टेशन का विकास होना बाकी है। इनमें से कई स्टेशन अमृत स्टेशन में शामिल हो चुके हैं।
इन शहरों की कनेक्टिविटी होगी आसान
फिलहाल, मुंबई और दिल्ली जैसे महानगरों की तरह लोगों के पास अपने नजदीकी कई स्टेशनों से ट्रेनों से यात्रा करने का विकल्प होगा, इसके लिए रेलवे आलम नगर-ट्रांसपोर्ट नगर और उत्तरेटिया सेक्शन को एक नए कारिडोर के रूप में विकसित करेगा। इस प्रकार, बरेली की ओर से आने वाली ट्रेनें चारबाग न जाकर आलम नगर, ट्रांसपोर्ट नगर-उत्तरेटिया होते हुए अमेठी और सुलतानपुर के रास्ते वाराणसी और प्रयागराज की ओर जा सकेंगी। कानपुर रोड, रायबरेली रोड, राजाजीपुरम, पारा सहित बड़े क्षेत्र के लोगों को राहत मिलेगी।