Noida: नोएडा एयरपोर्ट के पास 340 हेक्टेयर में बनेगी टाउनशिप, हटाए जाएंगे 7 गांव
UP News : उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में कुल 14 गांवों की लगभग 2053 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी। इसमें से 7 गांवों के लोगों को हटाने की तैयारी की जा रही है, जिन्हें पुनर्वास के तहत नई टाउनशिप में बसाया जाएगा।
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में एयरपोर्ट की तीसरे चरण के तहत 7 गांव के लोगों को हटाने की तैयारी की जा रही है. इन गांवों के ग्रामीणों को बसाने के लिए टाउनशिप बनाई जाएगी. इस प्रोजेक्ट में पुनर्वास पैकेज भी मिलेगा जिसमें भूमि वित्तीय सहायता के अलावा लोगों को रोजगार के अवसर भी दिए जाएंगे. इस प्रोजेक्ट के लिए 1857. 77 हेक्टेयर जमीन किसानों से अधिग्रहण की जाएगी. इस एयरपोर्ट की तीसरे चरण के तहत 14 गांव की 2053 हेक्टेयर जमीन अधिकृत की जाएगी. जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो जाएगी. इसकी योगी सरकार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है.
गांवों में पुनर्वास पैकेज मिलेगा
नोएडा एयरपोर्ट के तीसरे चरण के लिए सात गांवों को हटाने की योजना है। एयरपोर्ट प्रशासन ने 340 हेक्टेयर जमीन को चिह्नित किया है जो ग्रामीणों के लिए टाउनशिप बनाने के लिए उपयोग किया जाएगा। 14600 परिवारों को प्रभावित गांवों में पुनर्वास पैकेज मिलेगा, जिसमें भूमि वित्तीय सहायता और रोजगार के अवसर मिलेंगे। 4 जुलाई से पुनर्वासन कार्यक्रम पर सार्वजनिक सुनवाई शुरू होगी।
जमीन ली जानी
सांख्यिकीय गणना के बाद एयरपोर्ट प्रशासक ने आर एंड आर का मसौदा ड्राफ्ट तैयार किया है। तैयार प्रस्ताव पर 4 जुलाई से 11 जुलाई तक प्रभावित 14 गांवों में आम सुनवाई होगी। जिसमें किसानों से 1857.77 हेक्टेयर जमीन लेने के अलावा जेवर के सात गांवों को स्थानांतरित कर दिया जाना है। यमुना एक्सप्रेसवे और जेवर खुर्जा रोड से जुड़ा टाउनशिप इन किसानों को स्थानांतरित करेगा। तीसरे चरण में जेवर के 14 गांवों से 2053 हेक्टेयर जमीन ली जानी है।इसके लिए एयरपोर्ट प्रशासक ने 340 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की है। लोक सुनवाई के बाद जमीन का अधिग्रहण होगा।
तीसरी चरण में तीन रनवे बनाए जाएंगे।
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयपोर्ट के तीसरे चरण में तीन रनवे बनाने के लिए जेवर के 14 गांवों से 1857 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है, जिसमें थोरा 577 हेक्टेयर, नीमका 275, ख्वाजपुर 272, रामनेर 213, किशोरपुर 94, बनवारीवास 84, पारोही 86, मुकीमपुर शिवारा 72, जेवर बांगर 63 साबौता 53, चौरोली 28, दयानतपुर 13, बंकापुर 11 और रोही की 10
11 अप्रैल को शासन ने धारा 11 की अधिसूचना दी, जिसके बाद एयरपोर्ट प्रशासक ने 25 मई से 24 जून तक अधिग्रहण की धारा 16 के तहत सांख्यिकीय गणना करते हुए पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन की योजना का मसौदा ड्राफ्ट बनाया।
14 गांवों में 17945 परिवार प्रभावित होंगे
किंतु थोरा, ख्वाजपुर और नीमका में कुछ किसानों ने सांख्यिकीय गणना का विरोध करते हुए भाग नहीं लिया। सांख्यिकीय गणना के आंकड़ों के अनुसार, 14 गांव में कुल 17945 परिवार अर्जन से प्रभावित होंगे। 51 प्रतिशत पुरूष और 49 प्रतिशत महिलाएं परिवारों में हैं। हर परिवार में चार से पांच लोग होते हैं। मौसेदे में बताया गया कि परियोजना से 27357 लोगों (179545 परिवारों) प्रभावित होंगे।
14600 परिवारों को सात गांवों से बाहर
परियोजना से भी जेवर के बनवारीवास, किशोरपुर, रामनेर, नीमका, ख्वाजपुर, थोरा और जेवर बांगर के माजरा जाफराबाद गांवों का लाभ मिलेगा। कुल 14600 परिवारों को इन गांवों से स्थानांतरित करना होगा। विस्थापित परिवारों को कम से कम 500 मीटर की विकसित जमीन दी जाएगी। विस्थापन के बाद 12 महीने तक प्रत्येक परिवार को जीवन निर्वाह अनुदान के रूप में 50 हजार रूपये परिवहन के लिए, 25 हजार रूपये पशुवाडा के लिए, 50 हजार रूपये पुनर्व्यवस्थापन भत्ता के अलावा एकमुश्त पांच लाख रूपये दिए जाएंगे।
यमुना एक्सप्रेसवे के निकट मंगरौली गांव में स्थानांतरण
टाउनशिप जेवर खुर्जा रोड और नीमका रजवाहे के बीच यमुना एक्सप्रेसवे की सर्विस रोड के समानांतर बनाई जाएगी, जो विस्थापित होने वाले सभी सात गांव को कवर करेगा।
प्रशासक ने इसके लिए 339.80 हेक्टेयर (अलावलपुर 48, मंगरौली 187.64, चौरोली 24.88, नीमका 78.80 हेक्टेयर) जमीन निर्धारित की है।
यह जगह प्रस्तावित पलवल खर्जा रोड से जुड़ी हुई है। विस्थापित शहर में अच्छी सड़कें, बिजली, पानी, स्वास्थ्य के अलावा सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं होंगी।