उत्तरप्रदेश में 56 गांवों से हो कर निकलेगा लिंक एक्सप्रेसवे, बढ़ती खरीद-फरोख्त देख बैनामों पर रोक
UP News : उत्तर प्रदेश की आम जनता को एक अहम परियोजना की सौगात मिली है. उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास तेजी से किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के एक एयरपोर्ट को एक्सप्रेसवे से जोड़ने की दिशा में ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा जो 56 गांवों से होकर गुजरेगा. इस प्रोजेक्ट को लेकर इन गांव में जमीन के बैनामों पर रोक लगा दी गई है.
Uttar Pradesh News : राज्य में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास को गति देते हुए अब एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा, जो प्रदेश के एक प्रमुख एयरपोर्ट को सीधे एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा। यह नया एक्सप्रेसवे 56 गांवों से होकर गुजरेगा, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बड़ा लाभ मिलेगा। यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे प्रदेश के आवागमन को आसान बनाने में अहम योगदान निभाने वाले हैं।
बैनामों पर रोक
जेवर एयरपोर्ट को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है। यूपीडा ने 74.3 किलोमीटर लंबे ग्रीन फील्ड लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए अधिसूचित जमीन की बढ़ती खरीद-फरोख्त को देखते हुए बैनामों पर रोक लगा दी है। उत्तर प्रदेश के जेवर में निर्माणाधीन नोएडा एयरपोर्ट को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है। ग्रीन फील्ड लिंक एक्सप्रेसवे, जो 74.3 किलोमीटर लंबा है, के निर्माण के लिए अधिसूचित जमीन की बढ़ती खरीद-फरोख्त को देखते हुए, उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने बैनामों पर रोक लगा दी है।
56 गांवों पर बनाया जाएगा
यह लिंक एक्सप्रेसवे बुलंदशहर और गौतमबुद्धनगर के 56 गांवों की जमीन पर बनाया जाएगा। यमुना और गंगा एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए एक लिंक एक्सप्रेसवे बनाना जाएगा। यह 120 मीटर चौड़ा लिंक एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे पर 44.3 किलोमीटर, यानी बुलंदशहर के सियाना क्षेत्र से शुरू होकर यमुना एक्सप्रेसवे पर 24.8 किलोमीटर, यानी सेक्टर-21 फिल्म सिटी से जुड़ेगा। विशेष रूप से, लिंक एक्सप्रेसवे अब यमुना सिटी के किसी भी क्षेत्र को पार नहीं करेगा। यह पहले सेक्टरों के बीच जाता था।
दोबारा से अलाइंमेंट तैयार हुआ
पहले इसकी लंबाई 83 किलोमीटर थी, इसका दोबारा से अलाइंमेंट तैयार हुआ था, जिससे सेक्टरों को बचाते हुए इसे सेक्टर-21 में जोड़ने की योजना है। लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण 56 गांवों (गौतमबुद्धनगर के 8 गांव और बुलंदशहर के 48 गांव) की जमीन पर किया जाएगा। इनमें से 14 गांव खुर्जा तहसील के हैं, जबकि बाकी गांव बुलंदशहर, सियाना और शिकारपुर तहसील के होंगे।
जमीन अधिग्रहण शुरू
लिंक एक्सप्रेसवे बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण शुरू हो गया है। यही कारण है कि यूपीडा ने अधिसूचित जमीन की खरीद-फरोख्त को रोकने के लिए भूमि के बैनामों पर रोक लगा दी है। यदि लिंक एक्सप्रेसवे की जमीन खरीद-फरोख्त की पुष्टि होती है, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि परियोजना की पूर्ति करीब चार हजार करोड़ रुपये की लागत से होगी।
दिल्ली-मुंबई और आगरा तक पहुँच आसानी से होगी
मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे गंगा एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के बाद, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर आगरा से ग्रेटर नोएडा तक की यात्रा आसान हो जाएगी। इस एक्सप्रेसवे से देश-विदेश से आने वाले यात्रियों को मेरठ से प्रयागराज तक सीधी कनेक्टिविटी भी मिलेगी। गंगा एक्सप्रेसवे को नोएडा एयरपोर्ट से जोड़ने से इसकी उपयोगिता और बढ़ जाएगी। इसके अलावा, लिंक एक्सप्रेसवे यमुना सिटी के औद्योगिक सेक्टरों-28, 29, 32, 33 से सीधा जुड़ जाएगा. इससे कार्गो वाहनों को एयरपोर्ट या इससे जुड़े किसी भी रूट तक आसान पहुँच मिलेगी।