राजस्थान में नई रेल लाइन को लेकर जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी, जिले के 11 गांवों पर बरसेगा पैसा
Rajasthan New Railway Line: राजस्थान में रेलवे ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे ने राज्य को एक और नई रेलवे लाइन की सौगात दी है। रेल परियोजना को अब आधिकारिक मंजूरी मिल चुकी है। वर्षों से विवादों और स्थानीय विरोध के चलते अटकी यह परियोजना अब जमीन पर उतरने के लिए तैयार है।
Rajasthan News: राजस्थान में रेलवे का ढांचा तेजी से मजबूत किया जा रहा है. राजस्थान में तेजी से रेलवे लाइनों को बिछाया जा रहा है ताकि लोगों को कम पैसों में अच्छा आवागमन मिल सके. राजस्थान को उत्तर पश्चिम रेलवे ने एक और नई रेलवे लाइन की शुरुआत दी है. रेलवे विभाग की तरफ से अब प्रोजेक्ट में तेजी लाने का काम किया जा रहा है. इस रेलवे लाइन को लेकर राजस्थान में लंबे समय से विवादों और स्थानीय विरोधों के चलते काम बीच में अटका पड़ा था. लेकिन अब एक बड़ी अपडेट सामने आई है. रिंगस खाटू श्याम जी रेल परियोजना को अब विवादों और विरोधों के बीच स्वीकृति मिल चुकी है.
जमीन अधिग्रहण होगा
इस रेलवे प्रोजेक्ट को लेकर जमीन अधिग्रहण किया जाएगा जिसको लेकर अधिसूचना अब जारी हो चुकी है। जैसे ही रेलवे ने जमीन अधिग्रहण की घोषणा की उसके बाद इलाके में हलचल और ज्यादा तेज हो गई है. खाटू श्याम आने वाले देश के अनेकों जगहों से श्रद्धालुओं को यह बड़ा तोहफा मिलेगा. रेल मंत्रालय ने रींगस-खाटूश्यामजी के बीच 17.49 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी की है।
17.49 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन
वाद-विवाद के बीच, उत्तर पश्चिमी रेलवे (निर्माण संगठन) मंत्रालय ने रींगस-खाटूश्यामजी के बीच 17.49 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना जारी होते ही क्षेत्र में तेजी से बदलाव हुआ है। अधिसूचना के अनुसार, आठ अगस्त को रेल मंत्रालय 24.2811 हैक्टेयर जमीन खरीदेगा। रींगस, कोटड़ी धायलान, चारणवास, पीरावली, देवीपुरा, लांपुवा, तपीपल्या, आभावास, कैरपुरा और खाटूश्यामजी इस क्षेत्र में आते हैं। प्रभावित किसानों के नामों से संबंधित बैंक विवरण भी अधिसूचना में शामिल हैं।
ग्रामीणों ने प्रोजेक्ट को रद्द करने की मांग की थी
ग्रामीणों ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से मिलकर इस परियोजना को रद्द करने की मांग की थी. हालांकि, सरकार ने अब एक सूचना जारी कर अपनी योजना को स्पष्ट कर दिया है। रेलवे की ओर से रींगस-खाटूश्यामजी के बाद खाटू से सुजानगढ़ (वाया सालासर) तक रेलवे मार्ग विस्तार की योजना में पहले चरण में खाटू से पलसाना तक सर्वे करवाकर मार्किंग भी की गई है।
254.06 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत
मार्च 2024 में, रींगस से खाटूश्यामजी रेलवे लाइन के लिए केंद्र सरकार ने 254.06 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की। रेलवे ने रेलवे लाइन का सर्वे करके स्टेशन की जगह भी तय की थी। स्थानीय लोगों के विरोध के कारण काम रुक गया। लेकिन अब जमीन अधिग्रहण की सूचना जारी होने के बाद रेल प्रोजेक्ट का काम शीघ्र शुरू होना चाहिए। रींगस से खाटूश्यामजी तक 17.9 किलोमीटर का रेलवे पुल बनाया जाना चाहिए। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि 160 km/h की गति के लिए ट्रेक की मजबूती के अलावा सिग्नलिंग और फेंसिंग सहित सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। नई डीपीआर से रींगस से खाटूश्यामजी तक कम समय में पूरी तरह से सुरक्षित होगा।