Income Tax : नौकरी करके 15 हजार कमाने वाले को मिला इनकम टैक्स से 26 करोड़ का नोटिस

Income Tax : भारत सरकार नागरिकों से विभिन्न टैक्स वसूलती है।  टैक्स देना देश के हर नागरिक का कर्तव्य है।  हमारे देश में टैक्स नहीं भरने पर जुर्माना और सजा का प्रावधान है।  आयकर विभाग ने हाल ही में आम लोगों को करोड़ों रुपये के आयकर जमा कराने के नोटिस भेजे हैं।

 

Saral Kisan, Income Tax : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में कुछ दिन पहले भी विभाग ने आयकर जमा कराने के नाटिस भेजे थे।  आयकर विभाग द्वारा भेजे गए नोटिस वालों में एक जूस विक्रेता था और दूसरा एक ताला बनाने वाला था।  अब फिर से ऐसा ही मामला सामने आया है।  आयकर विभाग ने पुनः आम लोगों को नोटिस भेजा है।  जिन लोगों को नोटिस भेजा गया है, वे मामले में कार्रवाई की मांग करते हैं।

 आयकर विभाग ने पिछले कुछ समय से लोगों को आयकर जमा करने के नोटिस भेजे हैं।  आयकर विभाग ने उत्तर प्रदेश के हरदोई के राजेश कुमार को हाल ही में आयकर जमा करने का नोटिस भेजा है।  वैसे देखा जाए तो इसमें कुछ गलत नहीं है, लेकिन राजेश ने नोटिस प्राप्त करने से परेशान रहना शुरू कर दिया है। 

 आयकर विभाग ने राजेश कुमार के नाम 26 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है।  इस नोटिस के अनुसार, महाराष्ट्र और हरियाणा में उनके नाम पर दो फर्जी कंपनियां हैं।  वहीं, नोटिस मिलने के बाद राजेश कुमार ने आरोप लगाया कि किसी ने उनके महत्वपूर्ण कागजातों का दुरुपयोग किया है।  आयकर विभाग से मामले की जांच करने की मांग की है।  मामला संज्ञान में आने के बाद आईटी विभाग भी जांच में लग गया है।  

 क्या और कहां मामला है?

 उत्तर प्रदेश (UP News) के हरदोई जिले के पाली थाना क्षेत्र के अतरजी गांव के निवासी राजेश कुमार को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है।  विभाग ने राजेश पर आयकर के 26 करोड़ रुपये का बकाया लगाया है।  राजेश को मिले पत्र में स्पष्ट लिखा है कि राजेश कुमार के नाम पर वर्तमान में दो कंपनियां हरियाणा और पुणे (महाराष्ट्र) में चल रही हैं।  इन्हीं दोनों कंपनियों पर 26 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया है।  

 बात करते हुए, राजेश दिल्ली की एक मोबाइल कंपनी में काम करता है।  राजेश 2022 से 15 हजार रुपये प्रति महीने पर काम कर रहे हैं।  राजेश ने पहले भी दो निजी संस्थाओं में काम किया है। 

 मित्रों ने व्हाट्सएप पर भेजी गई सूचना की फोटो

 राजेश कुमार ने बताया कि 2 अप्रैल को उनके गांव के पते पर इनकम टैक्स विभाग से एक नोटिस आया था।  इस नोटिस में उनपर 25.97 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया था।  वह दिल्ली में ही थे जब यह नोटिस आया।  उनके परिजनों ने गांव के कुछ लोगों को यह सूचना दिखाई और इसकी फोटो उनके व्हाट्सएप पर भेजी, जिससे उन्हें पूरी जानकारी मिली। 

 पूरा मामला अधिकारियों को बताया

 राजेश कुमार ने बताया कि यह नोटिस 18 मार्च को हरदोई आयकर कार्यालय से भेजा गया था।  वहीं, 27 मार्च तक नोटिस का उत्तर मांगा गया था।  उन्हें नोटिस मिलने पर वह अप्रैल में अपने गांव अतरजी गए।  उसने इसके बाद हरदोई में इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की।  उन्हें पूरा मामला अधिकारियों के सामने बताया गया था।  उनका कहना था कि आज तक उन्होंने पैसे का कोई लेनदेन नहीं किया है और कोई कंपनी भी नहीं खोली है। 

 धोखाधड़ी करके दस्तावेज का दुरुपयोग 

 आयकर विभाग से नोटिस मिलने से परेशान पीड़ित राजेश कुमार ने कहा कि किसी ने उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य दस्तावेजों का दुरुपयोग कर धोखाधड़ी की है।  किसी ने उनके नाम पर दो फर्जी कंपनियां बनाई हैं।  उन्होंने मांग की कि मामले की पूरी जांच हो और आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ लिया जाए।

 राजेश ने बताया कि अब तक उन्होंने तीन कंपनियों में काम किया है, जहां उन्होंने अपने सभी दस्तावेज दिए हैं।  इसलिए, इनमें से किसी एक में उनके दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल हो सकता है। 

 विभाग मामले की कार्रवाई 

 आयकर विभाग ने मामले की जांच शुरू की है जैसे ही यह उसे पता चला है।  पीड़ित राजेश कुमार को उम्मीद है कि उनका मुद्दा हल होगा और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई होगी।