गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर इस महीने से शुरू होगा वाहनों का संचालन, लखनऊ के लगेंगे 60 मिनट कम
UP News : उत्तर प्रदेश में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का कार्य पूरा होने की कगार पर है, यहां वाहनों का संचालन अगले महीने से शुरू हो जाने की उम्मीद जताई जा रही है। गुरुवार को कमिश्नर अनिल ढींगरा की अध्यक्षता में विकास कार्यों को लेकर हुई बैठक में यूपी एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट ऑफ अथॉरिटी (UPIDA) के अधिकारियों ने दावा करते हुए कहा कि जुलाई के अंत में कार्य को पूरा कर दिया जाएगा।
कमिश्नर ने बताया कि अब सिर्फ खजनी क्षेत्र में बना रहे अंडरपास का ही थोड़ा काम बचा है। यह कार्य भी एक से डेढ़ महीने में पूरा कर दिया जाएगा। परन्तु, इसी दौरान निर्णय लिया गया कि यह कार्य चलता रहेगा, तब तक अगस्त के पहले सप्ताह में वाहनों का संचालन शुरू कर दिया जाए। इसी बीच 8 जुलाई को प्रशासन से इस योजना के अंतर्गत 200 करोड रुपए की मंजूरी मिली है। इससे निर्माण कार्य में गति और भी तेज होने वाली है। इस योजना पर कुल लागत 1774.09 करोड़ रुपए आने वाली है।
अगर इन दो अंडरपास को छोड़ दें, तो लगभग एक्सप्रेसवे का कार्य पूरा हो चुका है। इस एक्सप्रेसवे पर एप्रोच का काम अभी बाकी है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इस दौरान फरेनिया छतियारी के पास अंडरपास को लेकर इसके आसपास के दो दर्जन गांवों के लोग आंदोलन कर रहे थे। पूर्व सांसद और विधायक के जरिए लोगों की मांग मुख्यमंत्री तक पहुंची तो जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए उन्होंने यूपीआईडी के अधिकारियों को अंडरपास बनाने का निर्देश दिया था, इस बीच यूपीआईडी की तरफ से इस अंडरपास पर अभी भी काम चल रहा है।
इस अंडरपास को पूरा करने के लिए एक से डेढ़ महीना लगने की उम्मीद जतायी गयी हैं। हाल ही में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की रफ्तार को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर संतुष्टि जताई थी।
लखनऊ पहुंचने में लगेंगे 3 से 4 घंटे
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के बनने से लखनऊ पहुंचने में 5 घंटे की बजाय, 3 से 4 घंटे में दूरी तय हो जाएगी। परंतु इस रास्ते से लखनऊ की थोड़ी दूरी बढ़ जाएगी मगर, यहां कोई रुकावट न होने की वजह सेकम समय लगेगा।
गोरखपुर से बस्ती, अयोध्या होते हुए लखनऊ की दूरी 289 किलोमीटर है। परंतु, इसके आलावा लिंक एक्सप्रेसवे से इसकी दूरी 311 किलोमीटर पड़ेगी। लिंक एक्सप्रेसवे से गोरखपुर और आजमगढ़ के बीच आना-जाना आसान और तेज हो जाएगा। साथ में गोरखपुर से आगरा और दिल्ली जाना भी आसान होगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद व्यापारियों को फायदा मिलने वाला है।
लिंक एक्सप्रेसवे का रूट, जानें
यह लिंक एक्सप्रेस वे 91.35 किलोमीटर लंबा है, जो की गोरखपुर के सदर तहसील के जैतपुर गांव से शुरू होकर आजमगढ़ जिले के सलारपुर गांव में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जाकर मिलता है। इसके बाद लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संत कबीर नगर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ से होकर गुजरता है।
निर्माण कार्य की बाधा को दूर करें गोरखपुर
यूपी मैं 10 करोड़ से अधिक लागत वाली विकास योजनाओं का परीक्षण करते हुए कमिश्नर अनिल ढींगरा ने बताया कि सड़कों को चौड़ा करने के काम में आने वाली बाधाओं को लेकर विभागों द्वारा नियमित क्रम बनाए जाए और काम की गति को बढ़ाया जाए। साथ में कार्य की गुणवत्ता और समयबद्धता को ध्यान में रखा जाए।
उन्होंने रामगढ़ताल परियोजना के अनुसार नौकायन से देवरिया बाईपास फोरलेन सड़क, पैडलेगण से फिराक चौराहा और भटहट बांसस्थान फोरलेन सड़क की चौड़ाई की कार्य गति पूछी और इस काम को जल्द पूरा करने के आदेश दिए गए।
सिक्स लेन ओवरब्रिज समेत सेतु निगम के अन्य कार्यों के बारे में बताया गया कि अभी काम चल रहा है और और समय के अनुसार पूरा कर लिया जाएगा। रामजानकी मार्ग का परीक्षण करते समय कार्यदायी संस्था ने बताया कि पेड़ों की कटाई और भूमि अधिग्रहण का काम तेजी से हो रहा है।
कमिश्नर ने बैठक के दौरान जल निगम, यूपी राजकीय निर्माण निगम, आवास विकास, सीएनडीएस, यूपी पुलिस आवास निगम, विद्युत विभाग, यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड वह अन्य संबंधित विभागों का परीक्षण किया। इस दौरान सीडीओ संजय कुमार मीणा, नगर आयुक्त गौरव सिंह एस अग्रवाल, डीएफओ विकास यादव, सिआरओ सुशील कुमार गोंड, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर मृणाली अविनाश जोशी समेत सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
कमिश्नर अनिल ढींगरा ने बताया कि लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। अंडरपास का काम चल रहा है। इससे एक्सप्रेसवे पर वाहनों का संचालन करने में कोई अड़चन नहीं है। अंडरपास का निर्माण कार्य अभी चलता रहेगा, यह भी एक से डेढ़ महीने में पूरा कर लिया जाएगा। कार्यदायी संस्था के सभी अधिकारियों को इस महीने के आखिरी तक सभी कार्यों को पूरा कर करने के निर्देश दे दिए गए हैं।