Bihar New Expressway : गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक बनेगा नया एक्सप्रेसवे, इन गांवों की जमीन बनेगी सोना
New Expressway In Bihar :उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर से लेकर सिलीगुड़ी तक बनाए जा रहे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य को लेकर सर्वे ने तेजी पकड़ ली है। गोरखपुर से सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए साल 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
Saral Kisan, Expressway In Bihar : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर से लेकर सिलीगुड़ी तक बनाया जा रहा नये एक्सप्रेसवे का काम जल्द ही शुरू होने वाला है। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सर्वे का काम तेज कर दिया है, जिसके चलते गांव में जाकर जमीन की नपाई शुरू हो गई है। इस एक्सप्रेसवे की वजह से उत्तर बिहार और सीमांचल के लोगों को तगड़ा फायदा मिलने वाला है।
इस कंपनी ने उठाई जिम्मेवारी।
यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर से शुरू होकर बिहार के कई शहरों में से गुजरता हुआ पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी शहर तक जाएगा। इससे बिहार की बड़ी संख्या को फायदा मिलने वाला है। इस एक्सप्रेसवे की डीपीआर तैयार करने की लिए जिम्मेवारी भोपाल की कंपनी एलएन मालवीय इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को सौंपी गई है। अब एक्सप्रेसवे के काम में तेजी आ गई है और जल्द ही सर्वे पूरा कर लिया जाएगा।
साल 2028 तक एक्सप्रेसवे शुरू करने का लक्ष्य
अमरेश कुमार शर्मा, परियोजना निदेशक, ने जानकारी देते हुए बताया कि साल 2025 तक सर्वे और डीपीआर का काम पूरा करने का प्लान बनाया गया है। इसके बाद अधिकरण का काम तेजी से शुरू किया जाएगा और गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे को लेकर साल 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
इन जिलों को मिलेगा तगड़ा फायदा।
इस एक्सप्रेसवे की वजह से बिहार के दो जिलों को खासकर फायदा मिलने वाला है। यह एक्सप्रेसवे बिहार के शिवहर और सीतामढ़ी से होकर गुजरेगा। बिहार के शिवहर जिले से 15.8 किलोमीटर लंबा और सीतामढ़ी से 28 गांव इस परियोजना में शामिल होंगे। वही आगे इस एक्सप्रेसवे को मधुबनी जिले से भी जोड़ा जाएगा।
रोजगार पकड़ेगा रफ्तार
इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के तैयार होने के बाद पटना, दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी एरिया और कटिहार जिलों के बीच की कनेक्टिविटी को आसान बना दिया जाएगा। इसके साथ-साथ गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक का सफर भी आसान हो जाएगा। सफर के दौरान लोगों को समय की बचत के साथ-साथ उद्योग, रोजगार और व्यापार के अवसर भी मिलेंगे। इसी वजह से यह एक्सप्रेसवे बिहार के लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा।