उत्तर प्रदेश में 114 गांवों की जमीन बनेगा नया मॉडर्न शहर, मिलेगी अनेक सुविधाएं

New Hightech City : ग्रेटर नोएडा फेज-2 में 140 गांव हैं जो गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हापुड़ और गाजियाबाद में हैं। फेज-1 में 117 गांव शामिल हैं। मास्टर प्लान-2041 में एक नया गांव जोड़ा गया, इसलिए संख्या 257 हो गई। प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि शहर को बसाने की योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम शुरू हो गया है। ग्रेटर नोएडा का पूर्व क्षेत्रफल 22,255.01 हेक्टेयर से अब 55,970.23 हेक्टेयर है। 14,192 हेक्टेयर या 25.4% कुल क्षेत्रफल उद्योगों के लिए आरक्षित है। 2041 तक शहर में 40 लाख लोग रह जाएंगे।
 

Uttar Pradesh : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का मास्टर प्लान-2041 शासन द्वारा मंजूर किया गया है। फेज-2 शहर के बाहर 33,715.22 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाया जाएगा। वर्तमान शहर की तुलना में इसमें डेढ़ गुना अधिक जगह होगी। वर्तमान में ग्रेटर नोएडा 22,255.01 हेक्टेयर का क्षेत्रफल है। इससे व्यापार और परिवहन सुविधाएं बढ़ेंगी।

ग्रेटर नोएडा फेज-2 में 140 गांव हैं जो गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हापुड़ और गाजियाबाद में हैं। फेज-1 में 117 गांव शामिल हैं। मास्टर प्लान-2041 में एक नया गांव जोड़ा गया, इसलिए संख्या 257 हो गई। प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि शहर को बसाने की योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम शुरू हो गया है। ग्रेटर नोएडा का पूर्व क्षेत्रफल 22,255.01 हेक्टेयर से अब 55,970.23 हेक्टेयर है। 14,192 हेक्टेयर या 25.4% कुल क्षेत्रफल उद्योगों के लिए आरक्षित है। 2041 तक शहर में 40 लाख लोग रह जाएंगे। नतीजतन, घरों की मांग बढ़ेगी। रोजगार भी मिलना चाहिए। इसलिए, नए शहर में उद्योगों के लिए सबसे अधिक जमीन दी गई है।

दादरी क्षेत्र में प्रस्तावित मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (MMTC), मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब (MMLC) और बोड़ाकी तक मेट्रो का विस्तार; नोएडा एयरपोर्ट से 130 मीटर चौड़ी सड़क का विस्तार; और परी चौक से हापुड़ तक 105 मीटर चौड़ी सड़क। अब रोड ग्रेटर नोएडा के जुनपत गांव तक पहुंच गया है। बोड़ाकी में रेलवे ओवरब्रिज बनेगा। यमुना, ईस्टर्न पेरिफेरल और गंगा एक्सप्रेसवे को भी आसपास से गुजरने वाले अन्य एक्सप्रेसवे से जोड़ने का भी काम किया जाएगा। सड़क जाल बिछाने से ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर होगी। परिवहन के लिए कुल क्षेत्रफल का 13.2%, या 7380.56 हेक्टेयर आरक्षित है।

बेहतर परिवहन सुविधा का प्रयास करेंगे

वर्तमान में, दादरी क्षेत्र में प्रस्तावित मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब, मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब, बोड़ाकी तक मेट्रो का विस्तार, नोएडा एयरपोर्ट से 130 मीटर चौड़ी सड़क और परी चौक से हापुड़ तक 105 मीटर चौड़ी सड़क ग्रेटर नोएडा के जुनपत गांव तक पहुंच चुकी है। यही नहीं, गंगा एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को एक साथ जोड़ा जाएगा, जिससे परिवहन की सुविधा बढ़ेगी।

ग्रेटर नोएडा फेज-2 में शामिल होने वाले महत्वपूर्ण गांव

इसमें अब्दुल्ला मोदी, अच्छेजा, अहमदपुर अगवाना, अजायबपुर, आमका, नई बस्ती, फूलपुर, आनंदपुर, खंदेड़ा, जारचा, खटाना, रानौली, खटाना, शाहपुर, गेसूपुर, भराना, बिसहाड़ा, प्यावली और ऊंचा अमीपुर समेत 144 गाँव शामिल हैं। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के सीईओ एनजी कुमार ने कहा, "मास्टर प्लान-2041 ग्रेटर नोएडा फेज-2 के साथ शहर के विकास को नई गति देगा।"व्यापार और परिवहन पर ध्यान दिया जाएगा। मास्टर प्लान की मंजूरी के बाद अगले कदम उठेंगे।