उत्तर प्रदेश में बनाया जाएगा 38 किलोमीटर लंबा फोरलेन हाईवे, एक्सप्रेसवे से होगा इसका जुड़ाव
Uttar Pradesh : पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को कानपुर हाईवे से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है। अब कानपुर से सीधे अयोध्या जा सकेगा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे। साथ ही, फोर लेन रोड को राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने की योजना है। इस सड़क का निर्माण भविष्य में बढ़ने वाले ट्रैफिक लोड को देखते हुए किया जा रहा है। भारी वाहनों को भी यहां से आना-जाना आसान होगा। अब कार चालकों को अलग-अलग रास्ते से गुजरने की जरूरत नहीं होगी। सीधे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ने से सफर तेज होगा और समय बचेगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को कानपुर हाईवे से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है। अब कानपुर से सीधे अयोध्या जा सकेगा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे। गोसाईगंज सड़क को बनी से आगे दाहिनी ओर मोहनलालगंज मोड़ से मौरावा होते हुए 38 किमी. फोर लेन बनाया जाएगा। साथ ही, फोर लेन रोड को राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने की योजना है। इस लिंक के बनने के बाद, कानपुर से अयोध्या की दूरी लगभग दो से तीन घंटे में पूरी हो सकेगी, जो वर्तमान समय से काफी कम होगा।
इस सड़क का निर्माण भविष्य में बढ़ने वाले ट्रैफिक लोड को देखते हुए किया जा रहा है। रक्षा मंत्री और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि फिलहाल सड़क संकरी होने के कारण मोहनलालगंज से पूर्वांचल एक्सप्रेस पर 18 पहियों वाले ट्रक और अन्य भारी वाहन नहीं जा पाते हैं।
हाईवे बनने से विकास होगा, तेज
फोरलेन नेशनल हाईवे बनने के बाद भारी वाहनों की यात्रा भी सुविधाजनक होगी। हाईवे बनने से विकास और जमीन की कीमतें बढ़ जाएंगी। लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे के 2022 में शिलान्यास से तीन दिन पहले रक्षामंत्री ने प्रस्ताव सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भेजा था।
80वें माइल स्टोन से सीधे जा सकेंगे, अयोध्या
शिलान्यास के दौरान ही नितिन गडकरी ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को कानपुर एक्सप्रेसवे से जोड़ने का सैद्धांतिक अनुबंध कर लिया था। दिवाकर त्रिपाठी ने कहा कि कानपुर हाईवे से अयोध्या जाने वाले लाखों लोगों को अभी एक लंबा रास्ता चुनना होगा। फोर लेन नेशनल हाइवे बनने के बाद, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से 80वें माइल स्टोन पर सीधे अयोध्या जा सकेगा। इसके अलावा, राजमार्ग कानपुर, रायबरेली, सुल्तानपुर और मोहान रोड से जुड़ जाएगा। भारी वाहनों को गुजरात, राजस्थान, नागालैंड, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत से गुजरने वाले लोगों के लिए यह रास्ता उपयोगी होगा।
एससीआर का बदल रहा है, विचार
उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) बनाया गया है ताकि कई जिलों को इंफ्रास्ट्रक्चर से लाभ मिल सके। लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली और बाराबंकी के 27,826 वर्ग किलोमीटर (एससीआर) क्षेत्र में संयुक्त विकास का सपना साकार हो रहा है। एससीआर का विस्तार करने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को कानपुर हाइवे से जोड़ना एक कदम है।