राजस्थान में 6 शहरों को फायदा पहुंचाएगी 380 किलोमीटर की नई रेल लाइन, फाइनल सर्वे को मिली स्वीकृति

Rajasthan Railway: राजस्थान में रेलवे की तरफ से बड़े प्रोजेक्ट को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है. राजस्थान में 380 किलोमीटर रेलवे लाइन से कई जिलों की तस्वीर आने वाले समय में बदली हुई नजर आने वाली है. राजस्थान मध्य प्रदेश और गुजरात की 6 शहरों को फायदा पहुंचने वाला है.

 

Rajasthan News: राजस्थान की बांसवाड़ा जिले को रेलवे विभाग की तरफ से महत्वपूर्ण रेलवे लाइन की सौगात दी गई है. कई सालों से लोग इस प्रोजेक्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. इस 380 किलोमीटर लंबा रेलवे ट्रैक राजस्थान मध्य प्रदेश और गुजरात की 6 शहरों को फायदा पहुंचने वाला है. रेलवे मंत्री पश्चिमी देशों में किस रेलवे लाइन के फाइनल सर्वेक्षण को मंजूरी दे दी है. लंबे समय से इंतजार कर रहे बांसवाड़ा जिले को अब रेलवे की तरफ से बड़ा तोहफा मिलने वाला है।  इस परियोजना के तहत 380 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी, जिससे कई जिलों की कनेक्टिविटी और विकास की तस्वीर आने वाले समय में बदलती नजर आएगी।

रेलमार्ग दिल्ली से मुंबई के बीच सबसे छोटा होगा

नीमच-बांसवाड़ा-दाहोद-नंदुरबार के बीच एक नई रेल लाइन को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंजूरी दी है। यह रेलमार्ग दिल्ली से मुंबई के बीच सबसे छोटा होगा। राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के छह शहर इससे लाभान्वित होंगे। उत्तरी पश्चिमी रेलवे मंडल के सीपीआरओ ने बताया कि यह केवल एक रेल लाइन नहीं, बल्कि पूरे आदिवासी क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक बदलाव का एक मजबूत हथियार बनने वाला है।

रेलवे का प्लान सफल होगा तो राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य बांसवाड़ा जिले को दशकों से इंतजार कर रहे लोगों को बड़ी सौगात शीघ्र ही मिल जाएगी। नीमच-बांसवाड़ा-दाहोद-नंदुरबार की 380 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन के अंतिम सर्वेक्षण को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंजूरी दी है, जो बांसवाड़ा को भारतीय रेलवे के नक्शे पर लाने की कवायद में एक महत्वपूर्ण कदम है।

सामाजिक और आर्थिक बदलाव को मिलेगी मजबूती 

सीपीआरओ ने बताया कि इस नई लाइन से बांसवाड़ा न केवल भारतीय रेल नेटवर्क से जुड़ेगा, बल्कि दिल्ली से मुंबई जाने वाली रेलगाड़ियों के लिए एक छोटा, सीधा और आसान रास्ता भी बनाया जाएगा। ताप्ती रेल खंड से होकर दाहोद में दिल्ली-मुंबई मुख्य मार्ग से जुड़ने से सफर कम होगा और समय बचेगा। इस मार्ग से राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के छह बड़े शहर सीधे लाभ उठाएंगे।

देशभर से पर्यटकों का होगा आवागमन 

खनिज संपदा बांसवाड़ा में बहुत है, यहाँ डोलोमाइट, चूना पत्थर, सोना, तांबा, मैंगनीज अयस्क और अन्य खजाने जमे हुए हैं। रेलवे बनने से इन खनिज माल को आसानी से परिवहन किया जा सकेगा, जो क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा। यही नहीं, बांसवाड़ा की सुंदर पहाड़ियां, जंगल और स्थानीय लोगों की संस्कृति यहाँ के पर्यटन को एक नई उड़ान देंगे। रेलवे बनने से देश भर से पर्यटक यहां आ सकेंगे। स्थानीय युवाओं को भी नौकरी के अवसर मिलेंगे, चाहे वह निर्माण, स्टेशन सेवा या पर्यटन व्यवसाय हो।