दो गुणा बुआई के बाद भी जीरा और सरसों के भाव में तेजी, व्यापारियों ने बताया ये कारण
भारत का जीरा बड़े पैमाने पर चीन और बांग्लादेश जाता है. हालांकि सरसों तेल की कीमतों में तेजी आने का कारण व्यापारी सरसों की कीमतों में आए उछाल को बता रहे हैं. साथ ही व्यापारियों का यह भी मानना है कि सट्टेबाजी के कारण सरसों के भाव बढ़ रहे हैं. जिससे तेल की कीमतों में उछाल आया है. पिछले साल सीजन के दौरान जीरे के भाव में जबरदस्त उछाल रहा. इसके बाद जीरा ₹900 किलो तक पहुंच गया था. अब दो महीना में नया जीरा मंडियो में आने के बाद कीमतों में गिरावट आई.
पिछले एक सप्ताह में तेजी
परंतु पिछले एक सप्ताह से फिर लगातार भाव बढ़ने शुरू हो गए. थोक मंडियों में 600 रूपए किलो बिकने वाला जीरा गिरते गिरते 350 रुपए प्रति क्विंटल आ गया था. अब फिर पिछले एक सप्ताह में तेजी आना शुरू हो गई है. पिछले दो महीना में जीरा के भाव कमजोर होने का कारण ज्यादा उत्पादन और मंडियो में बंपर आवक थी. .
पिछले साल बढ़ते हुए भाव को देखते हुए इस साल जीरा की बुवाई दोगुणा थी. परंतु बांग्लादेश और चीन में ज्यादा मांग होने के कारण अब भाव में तेजी आने लगी है. जिसके कारण ग्राहकों की जेब पर असर पड़ रहा है. तेल कारोबारी गोविंद कुमार अग्रवाल के अनुसार तेल की कीमतों में उछाल आने का कारण मंडियो में सरसों की कीमतों में आए 600 रुपए उछाल की वजह से है.