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यूपी में कई इलाकों में कम बारिश से धान की फसल पर संकट, बनारस में इस दिन होगी वर्षा

बनारस और पूर्वांचल के हिस्सों में जहां सावन में बदल तेजी से बरसते हैं वहां इस बार सूखे का रिकॉर्ड बनता हुआ दिख रहा है. 1 जून के बाद 29 जुलाई तक के बनारस और आसपास के 6 जिलों में 50 फ़ीसदी से कम बारिश देखने को मिली है.
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यूपी में कई इलाकों में कम बारिश से धान की फसल पर संकट, बनारस में इस दिन होगी वर्षा

UP Monsoon : उत्तर प्रदेश में फिलहाल के समय मानसून परिस्थितियों ज्यादातर जिलों के लिए अनुकूल बनी हुई है. एक तरफ जहां चक्रवर्ती हवा का दबाव बन रहा है इसके अलावा दूसरी तरफ मानसूनी ट्रक लाइन अपनी मूल स्थिति में वापस लौट रही है. ऐसे में मंगलवार को बारिश होने का अनुमान जताया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. साथ ही कहीं कहीं तेज बारिश होने की भी संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक मानसून ट्रफ लाइन मूल स्थिति में आने के बाद मौसम में तेजी से बदलाव आने लगेगा. अमौसी मौसम केंद्र द्वारा बताया गया कि आमतौर पर बादल छाए रहेंगे इस दौरान तेज हवा और बिजली गरजने के साथ-साथ कई स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है.

50 फ़ीसदी से कम बारिश

मंगलवार की सुबह लोगों को उमस और तेज धूप की वजह से कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. आमतौर पर तापमान सामान्य से 3.5 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रह रहा है. नहीं न्यूनतम तापमान में भी 3.3 डिग्री की बढ़ोतरी से रात्रि को गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. बनारस और पूर्वांचल के हिस्सों में जहां सावन में बदल तेजी से बरसते हैं वहां इस बार सूखे का रिकॉर्ड बनता हुआ दिख रहा है. 1 जून के बाद 29 जुलाई तक के बनारस और आसपास के 6 जिलों में 50 फ़ीसदी से कम बारिश देखने को मिली है. अगर इस सप्ताह अच्छी बारिश नहीं हुई तो धान और खरीफ की फसलों में नुकसान किसानों को उठाना पड़ सकता है.

धान की फसल में नुकसान

बारिश न होने की वजह से तेज पड़ रही गर्मी और उमस से धान की फसल के किसान लगातार चिंतित नजर आ रहें हैं. क्योंकि धान में सिंचाई के लिए भूजल का डाला हुआ पानी भी तेज पड़ रही गर्मी के कारण गर्म हो जाता है. जिससे धान की फसल में नुकसान होने का खतरा बना रहता है. अच्छी फसल के लिए इस सप्ताह बारिश का होना बेहद जरूरी है. बारिश न होने के कारण ग्रामीण इलाकों में पानी के लिए रोजाना विवाद देखने को मिल रहे हैं. मौसम जानकारों ने बताया कि मानसून द्रोणिका पिछले 10 दिनों से दक्षिण की ओर है इसके चार से पांच दिनों बाद लौटने की उम्मीद है इस दौरान बनारस और इसके आसपास के क्षेत्र में बारिश हो सकती है.

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