मानसून सीजन-2 शुरू, उत्तर भारत में होगी झमाझम बारिश, भीगने के लिए हो जाएं तैयार
Monsoon Updates : देश में मानसून सीजन का दूसरा दौर शुरू हो चूका है. देश के कई राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। उत्तर भारत में बरसात का दौर शुरू हो चूका है.
Monsoon in India : इस मानसून में देशभर में 4% ज्यादा बारिश हुई है। यह बारिश जुलाई में पहला मानसून सीजन सक्रिय होने के कारण हो रही थी। अब दूसरा मानसून सीजन शुरू हो गया है। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, देश में दो चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। शनिवार को यह झारखंड के ऊपर एक गहरे दबाव के क्षेत्र में मजबूत हुआ।
कई राज्यों में होगी भारी बारिश
यह पश्चिम, उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। इसके कारण रविवार को झारखंड, दक्षिणी बिहार, उत्तरी छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। वहीं, दूसरे चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के कारण पश्चिमी राजस्थान में मूसलाधार बारिश हो रही है। यह आगे भी जारी रहेगी। स्काईमेट के अनुसार, अब तक मध्य भारत में बारिश हो रही थी। अब उत्तर भारत में बारिश शुरू हो गई है। पंजाब और हरियाणा में भी बारिश होगी।
उत्तराखंड और हिमाचल में सर्च ऑपरेशन जारी
उत्तराखंड के केदारनाथ में श्रद्धालुओं की तलाश का अभियान तीसरे दिन भी जारी रहा। केदारनाथ, भीमाबली, गौरीकुंड में अब भी 1,000 लोग फंसे हुए हैं।
हिमाचल: 31 जुलाई को बादल फटने से हुई बारिश के बाद लापता हुए 47 लोगों की तलाश में 400 से ज्यादा जवान जुटे हैं। श्रीखंड महादेव यात्रा मार्ग पर भी 300 से ज्यादा यात्री फंसे हुए हैं।
झारखंड: पिछले 24 घंटे में रांची में देश में सबसे ज्यादा 7 इंच बारिश हुई। 2 अगस्त तक राज्य में 526.3 मिमी के मुकाबले सिर्फ 359 मिमी बारिश हुई थी।
केरल: 30 जुलाई को वायनाड में हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 219 हो गई है। 206 लोग लापता हैं। तीनों सेनाओं और एनडीआरएफ समेत कुल 1300 जवान तलाशी अभियान में लगे हुए हैं।
बिहार-झारखंड में भारी बारिश
अगले 24 घंटे में दक्षिण बिहार, झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, कोंकण-गोवा, तटीय कर्नाटक और सिक्किम, असम में भारी बारिश संभव है। झारखंड में बारिश के कारण उत्तरी कोयल उफान पर है। भीम बराज से 2.21 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। फल्गु और धनराज्य में भी अचानक पानी बढ़ गया। बारिश और तेज हवा के कारण बिजली आपूर्ति बाधित रही। शनिवार दोपहर तक यह 2300 मेगावाट और शाम तक 5200 मेगावाट तक पहुंच गई।