बिगड़ा रसोई का बजट, टमाटर 100 रुपये किलो के पार
Vegetable Price Hike : गांवों से लेकर शहरों तक खाने-पीने की चीजों की महंगाई में भारी इजाफा हुआ है। इससे लोगों की क्रय शक्ति प्रभावित हो रही है और रसोई का बजट बिगड़ गया है। हालात ये हैं कि फसल कटाई के सीजन में भी खाने-पीने की चीजों के दाम कम नहीं हो रहे हैं। वर्ष 2024 की पहली छमाही की 2023 की पहली छमाही से तुलना करें तो खुदरा महंगाई दर के आधार पर महंगाई में शामिल 10 खाद्य पदार्थों के दाम दोगुने से चार गुना तक बढ़ चुके हैं।
अक्सर जुलाई-अगस्त में बारिश के कारण आपूर्ति प्रभावित होने से सब्जियों और फलों के दामों में बढ़ोतरी होती है, लेकिन इस बार बारिश शुरू होने से पहले ही इनके दामों में भारी उछाल आ गया है। पिछले कुछ समय से टमाटर, प्याज और आलू के दामों ने लोगों की आंखों में आंसू ला दिए हैं। पहले भीषण गर्मी और फिर बारिश के कारण इन सब्जियों के दामों में तेजी से उछाल आया है।
सब्जियों के दाम सातवें आसमान पर
सब्जी | खुदरा दाम |
टमाटर | 100-120 |
आलू | 40-50 |
प्याज | 50-60 |
फूलगोभी | 140-160 |
शिमला मिर्च | 110-120 |
तुरई | 60-80 |
बैंगन | 70-80 |
लौकी | 60-80 |
औसत कीमत प्रति किलो रुपए में
टमाटर 'लाल'
ज्यादातर शहरों में टमाटर के दाम 100 रुपए प्रति किलो से ज्यादा हो गए हैं। व्यापारियों के अनुसार, बेंगलुरु, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में फसल खराब होने के कारण टमाटर की आपूर्ति कम हो गई है। जबकि मांग मजबूत है। इसके चलते थोक मंडियों में टमाटर 70 से 80 रुपये प्रति किलो और खुदरा बाजारों में 100 से 120 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।