धान की बुवाई से पहले जरूरी है यह काम, कई तरह के रोगों से मिलेगा छुटकारा
Paddy Seeds : खरीफ चक्कर के समय धान को सीजन की मुख्य फसल माना जाता है। इस समय किसान धान और खरीफ की अन्य फसलों की बुवाई के लिए खेत तैयार कर रहे हैं। किसान धान की सीधी बुवाई या फिर पौध तैयार कर रहे है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार खरीफ की फसल का बंपर उत्पादन लेने के लिए बीज उपचार करना बहुत जरूरी होता है।
कृषि केंद्र के वैज्ञानिक बताते हैं कि अगर आप खरीफ फसल की बुवाई करने से पहले बीजों का शोधन जरूरी है। उन्होंने बताया कि बीजों में अनेक तरह के रोगाणु कटक जीवाणु या सूत्र कमी वाहक होते हैं। जो बुवाई के बाद बी को नुकसान पहुंचाते हैं। जिससे फसल का उत्पादन प्रभावित होता है। इसलिए बीज का उपचार सबसे पहले जरूरी है।
इस तरह करें बीजोपचार
कृषि वैज्ञानिक के अनुसार धान के बीज का उपचार करने के लिए थीरम या केप्टान, करबोडिस्टम 2 ग्राम प्रति किलो ग्राम बीज के हिसाब से डाल दे। इसके अलावा आप ट्राइकोडर्मा 10 ग्राम प्रति किलो बीज के हिसाब से डाल सकते हैं। एक बार में आप 30 से 35 किलोग्राम बीज ड्रम में डालकर शोधित कर सकते हैं।
इस तरीके से करें उपचार
कृषि वैज्ञानिक के अनुसार बी को उपचारित करके बुवाई करने से रोग आने की आशंका बहुत कम हो जाती है। फसलों में किसी तरह के संक्रमण का खतरा नहीं रहता। बीज उपचारित करके डालने से कई तरह के रोगों का खतरा कम हो जाएगा। उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी।