आलू प्याज में आई मंदी, आवक बढ़ने से थोक सब्जियों के भाव में गिरावट
Jaipur Vegetables Rate : बारिश शुरू होने के बाद से सब्जियों की आवक बढ़ने से थोक सब्जियों के भाव में गिरावट आई है। मंडियों में सब्जियों को रखने के लिए जगह नहीं मिल रही है। इसके बावजूद आमजन को कम दामों पर सब्जियां नहीं मिल रही हैं। शहर के खुदरा विक्रेता दोगुने से अधिक दामों पर बेच रहे हैं। खुदरा व्यापारी सब्जियों की कम आवक, बढ़ती गर्मी और बारिश जैसे बहाने बनाकर लगातार सब्जियों के भाव बढ़ा रहे हैं।
अगर हम जयपुर की मुहाना मंडी की बात करें तो यहां रोजाना 600 से 700 टन आलू और प्याज की आवक हो रही है। जयपुर, सीकर और एमपी से आने वाले प्याज का भाव 25 रुपए प्रति किलो है। जबकि नासिक से आने वाले प्याज का भाव 30 रुपए है। पिछले दो दिन में इसके भाव में 5 रुपए की गिरावट आई है।
अगर वहीं हम बात करें हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों की तो उन्होंने धीरे-धीरे आलू के स्टॉक को खपाना शुरू कर दिया है। क्योंकि माना जा रहा था कि आलू के दाम बढ़ेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि इस बार आवक अच्छी रही और दाम गिर गए। इन दिनों मंडी में आलू अधिकतम 22 रुपए प्रति किलो के भाव पर बिक रहा है।
मंडी में रोजाना 600 टन आलू आ रहा है। आलू आढ़ती संघ के अध्यक्ष शिवशंकर शर्मा ने बताया कि इन दिनों मंडी में रोजाना 600 टन आलू आ रहा है, लेकिन खपत कम होने से रोजाना 100 टन आलू भी नहीं बिक पा रहा है। ऐसे में आलू की आवक रोजाना बढ़ रही है। यही हाल टमाटर का भी है। आवक ज्यादा होने से टमाटर के दाम 22 रुपए प्रति किलो पर बने हुए हैं।
क्षेत्र के आधार पर समझें समस्या
मानसरोवर मुहाना मंडी से दूरी 2 किमी है। सभी खुदरा विक्रेता यहीं से सब्जी खरीदते हैं। ज्यादातर व्यापारी सब्जी खरीदकर ई-रिक्शा से ले जाते हैं। खुदरा व्यापारी सभी सब्जियों को 20 रुपए से लेकर अधिकतर 50 रुपए प्रति किलो के भाव पर खरीदते हैं, जिसे वे मंडी में 20 रुपए से लेकर 50 रुपए प्रति पाव तक के भाव पर बेचते हैं और बाजार भाव बढ़ा देते हैं। जब सब्जियों के भाव में गिरावट होती है, तो व्यापारी भाव कम नहीं करते हैं। मालवीय नगर; मुहाना मंडी की दूरी 6 किमी है। यहां सब्जियां 40 से 60 रुपए प्रति पाव बिकती हैं। इसका सीधा असर लोगों की जेब पर पड़ता है। सी स्कीम: मुहाना मंडी से दूरी 13 किमी है। यहां सब्जियों के भाव 50 से 60 रुपए प्रति पाव तक हैं।