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निर्यात कम होने से सौंफ के दामों में गिरावट, जानिए अपडेट

Groceries :फिलहाल निर्यात व्यापार कम होने से सौंफ के दामों में गिरावट आ रही है, लेकिन मौजूदा दामों से इसमें और गिरावट संभव नहीं है। क्योंकि उत्पादन केंद्रों पर रोजाना आवक कम होने लगी है।
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निर्यात कम होने से सौंफ के दामों में गिरावट, जानिए अपडेट 

Saral, Kisan, Groceries : फिलहाल निर्यात व्यापार कम होने से सौंफ के दामों में गिरावट आ रही है, लेकिन मौजूदा दामों से इसमें और गिरावट संभव नहीं है। क्योंकि उत्पादन केंद्रों पर रोजाना आवक कम होने लगी है। इसके अलावा पिछले साल के मुकाबले दामों में भी तेजी आ रही है। वहीं हल्दी में तेजी नहीं आने से दाम स्थिर बने हुए हैं।

गौरतलब है कि चालू सीजन में देश में उत्पादन अधिक होने से सौंफ के दामों में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है। फिलहाल दाम अपने न्यूनतम स्तर पर हैं। आने वाले दिनों में मांग बढ़ने पर दामों में सुधार की संभावना है। गौरतलब है कि चालू सीजन में उत्पादक राज्यों में बुवाई का रकबा बढ़ने से इस साल देश में सौंफ का उत्पादन 38 से 39 लाख बोरी (एक बोरी 55 किलो) होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल उत्पादन 20 से 21 लाख बोरी था। उत्पादन अधिक होने से पिछले दिनों सौंफ का निर्यात भाव 65 रुपए तक आ गया था।  घटे भाव पर मांग बढ़ी

निर्यात भाव में तेजी आई थी। ऊंचे भाव पर निर्यात व्यापार बढ़ने से भाव मजबूत हुए हैं, लेकिन मौजूदा भाव पर भी कोई स्तर नहीं है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल मई माह में निर्यात भाव 195 से 196 रुपए तक था। हाजिर भाव: अधिक उत्पादन के कारण हाजिर भाव में भी रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है। पिछले साल मई के अंत में राजस्थान की नागौर, मेड़ता मंडी में सौंफ का भाव 190 से 195 रुपए था, जो वर्तमान में 100 से 110 रुपए बोला जा रहा है। सूत्रों का मानना ​​है कि अधिक उत्पादन के कारण बाजार में मंदी छाई हुई है। आगे मंदी की कोई संभावना नहीं है। आने वाले दिनों में मांग बढ़ने पर भाव में निश्चित रूप से सुधार होगा।

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