वनराजा नस्ल की मुर्गी पालने पर किसानों को मिलेगा मोटा फायदा, बाजार में डिमांड मजबूत
Good Breed Of Chicken :परंपरागत खेती के साथ अन्य व्यवसाय करने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। किसान खेती बाड़ी के साथ-साथ मुर्गी पालन कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आज हम मुर्गी किए कैसे नस्ल के बारे में बताने जा रहे है जो आपको मालामाल कर देगी।
Vanraja Breed Of Chicken : आज के युग में किसान खेती-बाड़ी के साथ अन्य व्यवसाय करने का सोचते रहते हैं। उनके लिए एक जरूरी खबर लेकर आए हैं। किसान मुर्गी पालन कर अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। मुर्गियों में कई प्रकार की नस्ल पाई जाती है। जिसमें हम किसान को मुर्गी की वनराजा नस्ल के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके मास की कीमत अधिक होने पर किसान की तिजोरी भर देगी ।
वनराजा नस्ल की मुर्गी किसानों के लिए काफिला बाली होती है। इस मुर्गी के पालन में खर्च कम होता है, तथा बचत अधिक होती है। यह मुर्गी अन्य नस्ल की मुर्गी की बजाए एक तरह से सोने का अंडा देने वाली मुर्गी है। इसका अंडा तथा मांस काफी गुणवत्ता से भारी होने के कारण बाजार में मांग अधिक रहती है। जिससे इसके मांस और अंडे की कीमत है ज्यादा होती है। वनराजा मुर्गी देसी नस्ल की प्रजाति में आती है। किसान इनका पालन बेहद आसान तरीके से कर सकता है। क्योंकि इन्हें कम जगह में भी पाला जा सकता है।
वनराजा नस्ल डीपीआर हैदराबाद द्वारा प्यार मुर्गियों की एक खास ब्रीड है। अपने अंडे तथा मास में पौष्टिकता गुणवत्ता के कारण अलग पहचान रखती है। यह दिखने में काफी सुंदर और आकर्षक होती है। कत्थई रंग के कारण यह मुर्गी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है।
वनराजा नस्ल की मुर्गी 3 महीने के अंतराल में 120-130 अंडो का उत्पादन देती है। मुर्गी का साइज 2 किलो से लेकर 5 किलो तक होता है। यह मुर्गी 5 महीने की उम्र के बाद अंडा देना शुरू कर देती है। बाजार में इसका मांस ऊंचे दामों में बिकता है। 1 किग्रा मांस की कीमत 600 से 700 रूपए तक होती है।
एक्सपर्ट के मुताबिक इस मुर्गी की यह खासियत है कि इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता अन्य मुर्गियों की तुलना में अधिक होती है। इसलिए यह जल्दी बीमार नहीं होती है। इस मुर्गी का पालन कर किसान कम खर्च और थोड़े समय में अधिक मुनाफा कमा सकता है। इस मुर्गी का पालन करते ही किसान की तिजोरी भरने लगेगी।