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कपास की कीमतों में आया उछाल, दक्षिणी राज्यों में बुवाई ने पकड़ी रफ्तार

Cotton Farming : देश के दक्षिणी राज्यों में मानसून पहुंचते ही कपास की बुवाई शुरू हो गई है। इस बार बाजार में मिल रही अच्छी कीमतों से किसान काफी प्रोत्साहित हो रहे हैं और कपास की जमकर बुवाई कर रहे हैं।
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कपास की कीमतों में आया उछाल, दक्षिणी राज्यों में बुवाई ने पकड़ी रफ्तार 

Cotton Farming : देश के दक्षिणी राज्यों में मानसून पहुंचते ही कपास की बुवाई शुरू हो गई है। इस बार बाजार में मिल रही अच्छी कीमतों से किसान काफी प्रोत्साहित हो रहे हैं और कपास की जमकर बुवाई कर रहे हैं। जानकारी अनुसार बता दें कि कपास एमएसपी मूल्य से ₹1000 अधिक बिक रहा है। उत्तर भारत में मानसून देरी से पहुंचने के कारण इस बार कपास के रकबे में गिरावट आ सकते हैं। 

दक्षिणी भारत के कई राज्यों जैसे कर्नाटक तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में कपास की बुवाई शुरू हो चुकी हैं। कर्नाटक और तेलंगाना में अच्छी बारिश हो चुकी है। सकारात्मक संकेत को देखते हुए इस बार उम्मीद लगाई जा रही है, कि तेलंगाना में कपास का रकबा बढ़ेगा। क्योंकि मिर्च की खेती करने वाले किसान इस बार कीमत अधिक मिलने के कारण कपास की खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं। 

मिर्च का घट रहा रकबा 

एक रिपोर्ट के मुताबिक अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार कपास के रखना में बढ़ोतरी हो सकती है। क्योंकि बुवाई से पहले है कपास की कीमतें मंडियों में तेजी पड़े हुए हैं। मिर्च के किसानों को अच्छी कीमत नहीं मिलने के कारण वह अपना रुख कपास की ओर कर रहे हैं। किसानों को खपत होने के बाद भी मिर्च की कीमत उम्मीद के अनुसार नहीं मिल रही है। जिससे संकेत मिलता है, कि किसान अपना रुख कपास की ओर कर सकते हैं। 

तेजी से बिक रहा कपास का बीज 

मई महीने के आखिरी सप्ताह में मानसून ने केरल तमिलनाडु आंध्र प्रदेश कर्नाटक तेलंगाना और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में दस्तक तक दे दी थी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि तेलंगाना आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के कई हिस्सों में अच्छी बारिश होने की वजह से कपास की खेती बढ़ सकती है। इन राज्यों में कपास के बीजों की खरीद 35 से 50% तक बढ़ गई है। 

उत्तर भारत में कम हो सकता है रकबा 

अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक उत्तर भारत में कपास की बिजाई शुरू हो जाती है। लेकिन पिछले कई सालों के दौरान फसल में कीटों के बढ़ते प्रकोप और मजदूरी बढ़ने के कारण कपास की खेती का रखवा करीबन एक चौथाई घट गया है। मानसून में देरी के चलते और पानी की किल्लत की वजह से भी कपास की बुवाई में गिरावट आ सकती हैं। 

Msp से ऊपर बिक रही कपास 

दक्षिणी भारत के कई राज्यों कर्नाटक, तेलंगाना में कपास एमएसपी रेट से ऊपर बिक रहा है। यहां पर कपास का एसपी मूल्य 6620 प्रति क्विंटल रखा गया है। वही बाजार में कपास 7500 से 7600 प्रति क्विंटल के आसपास बिक रहा है। एसपी से ज्यादा कीमत मिलने की वजह से किसान कपास की खेती की और आकर्षित हो रहे हैं। 

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