Agriculture News : कम सिंचाई वाली इन 3 फसलों पर मिलेगा तगड़ा उत्पादन, जानिए खेती करने का तरीका
Cultivation of Less Water Crops : पिछले दिनों मानसून भारत में एंट्री ले चुका है और किसान खरीफ की फसलों की तैयारी कर चुके हैं। किसानों के पास पानी की कमी के चलते वह धान की खेती नहीं कर सकते हैं। आज हम आपको बताने वाले हैं कि किसान कई अन्य फैसले आकार भी तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं।
Agriculture News : झारखंड में मात्र 10% जमीन पर किसान खेती करते हैं। यह खेती तकरीबन बारिश पर आधारित होती है। पलामू के इस इलाके में सबसे कम वर्षा होती है, जिससे किसानों को भारी नुकसान भरना पड़ता है। सूखे की मार झेल रहे है किसानों के लिए कुछ खास फसलों की खेती लेकर आए हैं। जिसमें आपको कम पानी में बढ़िया मुनाफा मिल जाएगा।
कौन सी फसल की करें खेती
पलामू के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर अखिलेश सनी जानकारी देते हुए कहा कि अगर अरहर उड़द और तिल की खेती की जाए तो इन फसलों को कम पानीकी जरूरत पड़ती है। इन फसलों के उगने के बाद अगर 20 दिन बाद भी बारिश होती है, तो इन्हें नुकसान नहीं होता। यह फैसले कम नमी में ग्रोथ कर सकती हैं।
मिलेगा तगड़ा मुनाफा
अगर आप अरहर दाल की खेती करने जा रहे हैं तो पुराने बीजों का चयन बिल्कुल भी ना करें। अरहर की खेती के लिए आप आईपीए 203, अरहर 2 की बिजाई कर सकते है। इसके बिजाई के लिए आपको 18 किलो प्रति हेक्टेयर बी की जरूरत पड़ती है और यह 220 दिन में पककर तैयार हो जाती है। इसके विदाई के लिए आपको पौधे से पौधे की दूरी 25 सेंटीमीटर और लाइन की दूरी 60 सेमी रखनी होगी। इस फसल की खेती करके आप 60 से 70000 रुपए प्रति हेक्टेयर कमा सकते हैं।
तिल से तगड़ा फायदा
अगर आपके इलाके में सिंचाई की सुविधा नहीं है तो आप तिलहन के रूप में तिल की खेती कर सकते हैं। जो आपको काम सिंचाई में बढ़िया उत्पादन देगी। तिल की खेती के लिए आपको 20 किलो प्रति हेक्टेयर बीज की जरूरत पड़ेगी। किसके खेती के लिए आपको 15 सेंटीमीटर पौधे से पौधे की दूरी और लाइन से लाइन की दूरी 30 सेंटीमीटर रखती होगी। यह फसल 100 से 110 दिन में पैक कर तैयार हो जाएगी।
उड़द की फसल
उड़द की खेती करके किस तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। उड़द की खेती के लिए आप बरसा उड़द 2 का चयन कर सकते हैं। यह ऑफिशियल 70 से 80 दिन में पककर तैयार हो जाएगी और 7 किलो बीज की प्रति हेक्टेयर जरूरत पड़ेगी। 15 से ₹20000 प्रति हेक्टेयर का खर्चा करके आप करीबन 6 क्विंटल उत्पादन ले सकते हैं। लगातार चार साल खेती करने से खेत की उर्वरक शक्ति बढ़ती है।